जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने देश को हिलाकर रख दिया. बैसारन मीडोज में हुए इस हमले में आतंकियों ने पीड़ितों की पहचान जांचकर 28 लोगों की हत्या कर दी. इस दुखद घटना के बीच, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के एक बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है.
वाड्रा का विवादित बयान पर घमासान
वाड्रा ने हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आतंकियों ने पीड़ितों की धार्मिक पहचान जांचकर हत्या की ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह संदेश दिया जाए कि "मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा, "मुझे बहुत दुख है, और इस आतंकी कृत्य में मारे गए लोगों के लिए मेरी गहरी संवेदनाएं हैं... हमारे देश में हम देखते हैं कि यह सरकार हिंदुत्व की बात करती है, और अल्पसंख्यक असहज और परेशान महसूस करते हैं... अगर इस आतंकी कृत्य को देखें, अगर वे (आतंकी) लोगों की पहचान देख रहे हैं, तो ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि हमारे देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन आ गया है. यह संगठनों को ऐसा महसूस कराता है कि हिंदू सभी मुसलमानों के लिए समस्या पैदा कर रहे हैं. पहचान देखकर किसी की हत्या करना, यह पीएम के लिए एक संदेश है, क्योंकि मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं. अल्पसंख्यक कमजोर महसूस कर रहे हैं..."
#WATCH | #PahalgamTerroristAttack | Delhi | Businessman Robert Vadra says, "I feel terrible and my deepest condolences are for the people who have died in this terrorist act...In our country, we see that this government will talk about Hindutva, and the minorities feel… pic.twitter.com/Hi45M88xaK
— ANI (@ANI) April 23, 2025
बीजेपी का पलटवार
वाड्रा के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा, "हैरान करने वाला! सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा बेशर्मी से आतंकी कृत्य का बचाव करते हैं और आतंकियों को कवर देते हैं." वहीं, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "इस दुख के क्षण में भी गांधी परिवार को केवल मुसलमान दिखते हैं. कांग्रेस की इसी मानसिकता ने देश में नफरत के बीज बोए हैं."
देश में एकता की जरूरत
यह विवाद बताता है कि आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी से बचा जाना चाहिए. देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा.