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India Daily

तहव्वुर हुसैन राणा से हर दिन 10 घंटे हो रही है पूछताछ, जानें किस एंगल पर है NIA का फोकस?

NIA राणा से मिली जानकारी के आधार पर जांच को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है, जिससे हमलों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की संभावित भूमिका का पता चल सके. यह पूछताछ भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है.

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Edited By: Mayank Tiwari
मुंबई आतंकवादी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा
Courtesy: Social Media

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के दोषी तहव्वुर हुसैन राणा, जिसे हाल ही में अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया था. सूत्रों ने बताया कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के पीछे की बड़ी साजिश की जांच के लिए एनआईए जांचकर्ताओं द्वारा राणा से रोजाना करीब आठ से दस घंटे पूछताछ की जा रही है. जिसमें उनकी भारत यात्रा, विशेष रूप से उत्तर और दक्षिण भारत में की गई यात्राओं, पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई आतंकवादी हमलों के दोषी तहव्वुर हुसैन राणा पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) द्वारा 2008 में किए गए आतंकवादी हमले का सह-साजिशकर्ता है, जिसमें भारत की फाइनेंशियल राजधानी मुंबई में 166 लोग मारे गए थे और 230 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.

NIA की पूछताछ के दौरान तहव्वुर हुसैन राणा कर रहा सहयोग  

सूत्रों के मुताबिक, NIA की पूछताछ के दौरान राणा लगातार सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जांच अधिकारी जया रॉय के नेतृत्व में एनआईए अधिकारियों की एक टीम उनसे लगातार पूछताछ कर रही है. उनका कहना है कि इनवेस्टिगेशन टीम को 2008 मुंबई में हुए नरसंहार से पहले के भी कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. इसमें उत्तर और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में उनकी यात्राओं के बारे में पता चला है.

अधिकारियों के अनुसार, एनआईए राणा की मेडिकल जांच सुनिश्चित कर रही है और दिल्ली की एक अदालत के आदेश के बाद उसे अपने वकील से मिलने की अनुमति दी जा रही है.

हिरासत में तहव्वुर राणा ने 3 चीज़ें मांगीं

सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि राणा, जो फिलहाल दिल्ली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए मुख्यालय के अंदर एक उच्च सुरक्षा वाली कोठरी में बंद है, उसने अब तक केवल तीन चीजें - एक कलम, कागज की शीट या नोटपैड और कुरान - मांगी हैं, जो उसे मुहैया कराई गई हैं. 

तहव्वुर हुसैन राणा पर रखी जा रही 24 घंटे निगरानी

आतंकवादी हमले के दोषी पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है और मुख्य जांच अधिकारी जया रॉय के नेतृत्व में एक टीम जांच का नेतृत्व कर रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल, राणा ने अबतक किसी खास तरह का खाना खाने की डिमांड नहीं की है. ऐसे विषयों से निपटने के लिए बनाए गए मानक प्रोटोकॉल के अनुसार उसे "वही खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है जो किसी अन्य आरोपी को दी जाती है.