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India Daily

तेलंगाना में दर्दनाक सड़क हादसा! मुंबई पुलिस के DCP सुधाकर पठारे की रोड एक्सीडेंट में मौत, हैदराबाद में ले रहे थे ट्रेनिंग

मुंबई के पोर्ट जोन में तैनात पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुधाकर पठारे का शनिवार को सड़क दुर्घटना में निधन हो गया. पठारे प्रशिक्षण के लिए हैदराबाद गए थे.

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Edited By: Mayank Tiwari
मुंबई पुलिस के डीसीपी सुधाकर पठारे
Courtesy: Social Media

तेलांगना में एक हैरान कर देने वाली घटना घटी है. यहां मुंबई पुलिस के पोर्ट जोन में तैनात डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) सुधाकर पठारे का सड़क हादसे में निधन हो गया. वह हाल ही में हैदराबाद में ट्रेनिंग के लिए गए थे. जहां आज (शनिवार 29 मार्च) अपने एक रिश्तेदार के साथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए जा रहे थे, तभी उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस दर्दनाक सड़क हादसे में दोनों लोगों की मौत हो गई है. वहीं, इस घटना के बाद मुंबई पुलिस को इसकी जानकारी दी गई है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुधाकर पठारे तेलंगाना के श्रीशैलम से नगरकुरलुन जा रहे थे, जब उनकी कार एक ट्रक से टकरा गई और हादसा हो गया. इस हादसे में आईपीएस अधिकारी सुधाकर पठारे और उनके रिश्तेदार की मौके पर ही मौत हो गई. बता दें कि, सुधाकर पठारे 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और उनके निधन से महाराष्ट्र पुलिस में शोक की लहर आ गई है.

जानिए कौन हैं IPS सुधाकर पठारे?

सुधाकर पठारे का जन्म अहमदनगर जिले के वलवाने गांव में हुआ था. आईपीएस बनने से पहले उन्होंने कई सरकारी विभागों में अधिकारी के तौर पर काम किया था. उन्होंने एमएससी (एग्रीकल्चर) और एलएलबी की पढ़ाई की थी. 1995 में प्रतियोगी परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने सरकारी सेवा की शुरुआत की.

इससे पहले वे जिला विशेष लेखा परीक्षक बने, फिर 1996 में सेल्स टैक्स ऑफिसर क्लास 1 के रूप में चयनित हुए. फिर 1998 में पुलिस उपाधीक्षक के तौर पर पुलिस विभाग में शामिल हुए और उसके बाद से उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया.

सुधाकर पठारे का कार्यकाल और योगदान

सुधाकर पठारे ने अपने करियर में पंढरपुर, अकलुज, कोल्हापुर, राजुरा में पुलिस उपाधीक्षक के रूप में काम किया. इसके बाद उन्होंने चंद्रपुर, वसई और सीआईडी ​​अमरावती में अपर पुलिस अधीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दीं.

इसके अलावा, मुंबई, ठाणे, पुणे, वाशी, नवी मुंबई और ठाणे शहर में पुलिस उपायुक्त के तौर पर भी उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम किया. बतातें चलें कि सुधाकर पठारे महाराष्ट्र पुलिस के कई कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेते थे.