Budget 2025

'अपनी पत्नी को मेरे पास भेजो, मैं संबंध बनाउंगा', कलयुगी ने अपने ही दोस्त को किया ब्लैकमेल, मांगे 80 लाख रुपये

यह घटना इस बात की ओर भी इशारा करती है कि हमारे व्यक्तिगत डेटा और तस्वीरों की सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है. ऐसे मामलों से बचने के लिए हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी असामान्य स्थिति का तुरंत ध्यान रखना चाहिए.

Social Media

मुंबई के पॉवई क्षेत्र से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक व्यापारी को उसके दोस्त ने 80 लाख रुपये की रंगदारी के लिए ब्लैकमेल किया. यह घटना अगस्त 2024 से जनवरी 2025 तक चलती रही, जब तक पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई.

घटना के अनुसार, आरोपी जॉन पेरेरा नामक व्यक्ति ने व्यापारी के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू किया. उसके पास व्यापारी के आपत्तिजनक वीडियो और उनकी पत्नी तथा उसकी सहेलियों की आपत्तिजनक तस्वीरें थीं. आरोपी ने इन तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल करते हुए व्यापारी की पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने की मांग की. उसने धमकी दी कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वह इन तस्वीरों और वीडियो को सोशल मीडिया पर व्यापारी के परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के बीच फैला देगा.

व्हाट्सएप कॉल्स के जरिए करता था बात

आरोपी ने व्हाट्सएप कॉल्स के जरिए व्यापारी से लगातार संपर्क किया और उसे धमकी दी कि अगर वह पैसे नहीं देगा, तो उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाया जाएगा. इस तरह की धमकियों से परेशान होकर व्यापारी ने आखिरकार पुलिस में शिकायत करने का निर्णय लिया.

व्यापारी ने अंततः पॉवई पुलिस स्टेशन में इस ब्लैकमेलिंग की घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें जान से मारने की धमकी, ब्लैकमेलिंग और रंगदारी शामिल हैं. चूंकि घटना अंधेरी इलाके की है, इसलिए पॉवई पुलिस ने मामले को डीएन नगर पुलिस स्टेशन को ट्रांसफर कर दिया और मामले से संबंधित सबूत भी सौंप दिए.

अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ आरोपी

हालाँकि, आरोपी जॉन पेरेरा अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसकी पूछताछ की जाएगी और गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह घटना यह बताती है कि किस तरह से एक व्यक्ति, जो कभी किसी का दोस्त या साथी होता है, वह कितनी निचली हरकतों पर उतर सकता है. दोस्ती का विश्वास टूटने के बाद इस तरह का कृत्य न केवल पीड़ित को मानसिक रूप से परेशान करता है, बल्कि समाज में रिश्तों की अहमियत पर भी सवाल उठाता है.