मुंबई क्राइम ब्रांच को मिली कामयाबी, SIT ने महादेव बुक बेटिंग ऐप मामले में की पहली गिरफ्तारी

मुंबई की SIT टीम ने 15,000 करोड़ रुपये के महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में अपनी पहली गिरफ्तारी की है. इस मामले में पुलिस की ओर से दीक्षित कोठारी नाम के 27 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

नई दिल्ली:  मुंबई क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी मिली है. मुंबई पुलिस की SIT टीम ने 15,000 करोड़ रुपये के महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में अपनी पहली गिरफ्तारी की है. इस मामले में पुलिस की ओर से दीक्षित कोठारी नाम के 27 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुंबई की माटुंगा पुलिस ने पिछले साल एक FIR दर्ज की थी और मामला अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया था. ED इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत मामले की जांच कर रहा है. यह कदम महादेव ऐप के अन्य प्रमोटर रवि उप्पल को स्थानीय पुलिस की ओर से दुबई में हिरासत में लिए जाने के लगभग दो सप्ताह बाद उठाया गया है.

भूपेश बघेल के खिलाफ रिश्वत के आरोप 

उप्पल मनी लॉन्ड्रिंग मामले का सामना कर रहा हैं, जिसकी जांच ED कर रहा है. रवि उप्पल को महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में आरोपी के रूप में नामित किया गया है जिसमें छत्तीसगढ़ के निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ रिश्वत के आरोप लगाए गए थे. अधिकारियों के अनुसार ED के आदेश पर दुबई पुलिस ने उप्पल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद उसे हिरासत में लिया.

दोनों आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी

दुबई के अधिकारियों ने उप्पल की गिरफ्तारी के तुरंत बाद भारतीय अधिकारियों को सूचित किया और उसे निर्वासित करने की इच्छा जताई क्योंकि वह लगभग 6,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग में कथित संलिप्तता के लिए भारत में वांछित है. इस साल अक्टूबर में उप्पल और अवैध सट्टेबाजी सिंडिकेट के अन्य प्रमोटर और मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गया था. सौरभ चंद्राकर संयुक्त अरब अमीरात में हैं और उसके गतिविधियों को प्रतिबंधित किया गया है. रायपुर में एक विशेष अदालत की ओर से गैर-जमानती वारंट प्राप्त करने के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था. 

 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त

ईडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले चंद्राकर और उप्पल महादेव सट्टेबाजी मंच के दो मुख्य प्रवर्तक हैं और दुबई से अपना संचालन चलाते हैं. उन्होंने उस देश में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया था. एजेंसी ने हाल ही में रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर तलाशी ली थी और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की थी. 

'508 करोड़ की रिश्वत का दावा'

महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में ED ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि उसने एक कैश कूरियर का बयान दर्ज किया है. ईडी का कहना है कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि संयुक्त अरब अमीरात में स्थित महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तक ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ दिये हैं. जो जांच का विषय है.