menu-icon
India Daily

तुर्की में फंसे 200 से ज्यादा भारतीय यात्री, मुंबई जाने वाली फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग से मचा हड़कंप

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने समर्थन का आश्वासन दिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्थिति को संभालने के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की.

auth-image
Edited By: Anvi Shukla
plane VS 358 emergency landing
Courtesy: social media

Virgin Atlantic Flight Emergency Landing: लंदन से मुंबई जाने वाली वर्जिन अटलांटिक की फ्लाइट VS 358 को एक मेडिकल इमरजेंसी के कारण तुर्की के दियारबाकिर एयरपोर्ट (DIY) पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी. इस घटना के बाद 200 से ज्यादा भारतीय यात्री करीब 16 घंटे तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे.

खबरों के मुताबिक, फ्लाइट में एक यात्री को अचानक पैनिक अटैक आया, जिसके बाद विमान को मजबूरन दियारबाकिर एयरपोर्ट पर उतारा गया. हालांकि, यह एयरपोर्ट इतने बड़े विमान को संभालने के लिए पूरी तरह सक्षम नहीं था. लैंडिंग के दौरान तकनीकी खराबी भी आ गई, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई.

यात्रियों की शिकायत - 'कोई सही जानकारी नहीं दी गई'

फ्लाइट में सवार यात्रियों ने आरोप लगाया कि वर्जिन अटलांटिक एयरलाइन ने उनकी आगे की यात्रा को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी. कई यात्री चिंतित और असमंजस में थे क्योंकि उन्हें यह नहीं पता था कि वे अपनी यात्रा कैसे जारी रखेंगे.

एक यात्री ने बताया, 'हम एक अधूरी इमारत जैसे खाली टर्मिनल में 16 घंटे से फंसे हैं. यहां संचार की कोई सुविधा नहीं है. हमारे साथ छोटे बच्चे, महिलाएं और बीमार लोग भी हैं, लेकिन हमें कोई सही जानकारी नहीं मिल रही है. सिर्फ दो हैंडआउट्स दिए गए, जिनसे कोई खास मदद नहीं मिली.'

एयरलाइन की ओर से कोई ठोस बयान नहीं

लंबे इंतजार के दौरान यात्रियों को खाने-पीने और अन्य जरूरी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ा. एयरलाइन ने उन्हें यह भी नहीं बताया कि फ्लाइट कब फिर से उड़ान भरेगी या उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है या नहीं. अब तक वर्जिन अटलांटिक एयरलाइन की ओर से इस मामले पर कोई ठोस बयान नहीं आया है. यात्रियों की बढ़ती परेशानी और नाराजगी को देखते हुए उम्मीद है कि जल्द ही एयरलाइन कोई समाधान निकालेगी.