2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद गुरुवार दोपहर भारत पहुंचने वाला है. उसके साथ खुफिया और जांच एजेंसियों की एक विशेष टीम भी सफर कर रही है. एक विशेष विमान, जो बुधवार रात 7:10 बजे (भारतीय समय) अमेरिका से रवाना हुआ, राणा को लेकर नई दिल्ली पहुंचेगा. सूत्रों के मुताबिक, विमान बीच में एक गोपनीय स्थान पर रुकेगा.
दिल्ली में होगी गिरफ्तारी और सुनवाई
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की निगरानी में ऑपरेशन
इस प्रत्यर्पण अभियान पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल की नजदीकी नजर है. NIA और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस प्रक्रिया में शामिल हैं. पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी राणा आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का सक्रिय सदस्य रहा है. उसने डेविड कोलमैन हेडली (उर्फ दाऊद गिलानी) के लिए यात्रा दस्तावेजों की व्यवस्था की थी, जिसने मुंबई के प्रमुख ठिकानों की टोह ली थी.
मुंबई हमलों में अहम भूमिका
राणा ने 11 से 21 नवंबर 2008 के बीच दुबई होते हुए मुंबई का दौरा किया था. पवई के होटल रेनेसां में ठहरते हुए उसने हमलों की तैयारियों की समीक्षा की थी. इसके पांच दिन बाद 26 नवंबर को हमले हुए, जिसमें 170 से अधिक लोग मारे गए. अब तक केवल अजमल कसाब ही इस हमले का दोषी आतंकी है, जिसे जिंदा पकड़ा गया था.
अमेरिका से भारत तक का सफर
भारत ने जून 2020 में राणा की अस्थायी गिरफ्तारी की मांग की थी. इस साल फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उसके प्रत्यर्पण की पुष्टि करते हुए कहा, "वह भारत जाएगा और न्याय का सामना करेगा." हाल ही में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की प्रत्यर्पण रोकने की अर्जी खारिज कर दी. 64 वर्षीय राणा लॉस एंजिल्स के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद था.