5 लाख का इनामी जयपुर बम ब्लास्ट का फरार आतंकी फिरोज हुआ गिरफ्तार, MP पुलिस ने धर दबोचा
MP Police Arrested Jaipur serial blasts wanted terrorist Firoz Khan: गिरफ्तारी के बाद, मध्य प्रदेश सरकार ने रातलाम के चार आरोपियों के घरों और फार्महाउसों को ढहाने का आदेश दिया था, जिसमें फिरोज खान भी शामिल था. इस मामले में फिलहाल दस अन्य आरोपी जयपुर जेल में बंद हैं, जिनकी आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है.
MP Police Arrested Jaipur serial blasts wanted terrorist Firoz Khan: मध्य प्रदेश पुलिस ने बुधवार सुबह जयपुर में 2022 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट से जुड़े आतंकवादी संगठन अल सुफा का संस्थापक सदस्य फिरोज खान को गिरफ्तार किया. फिरोज मार्च 2022 से फरार था. NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) द्वारा उस पर ₹5 लाख का इनाम घोषित किया गया था, को रातलाम में अपने चचेरे भाई के फ्लैट पर ईद मनाने के दौरान पकड़ा गया.
रातलाम पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
रातलाम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार सिंह ने बताया, "हमें सूचना मिली थी कि फिरोज रातलाम आया हुआ है. इसके बाद पांच टीमें बनाकर उसे पकड़ने के लिए एक अपार्टमेंट की घेराबंदी की गई. बुधवार सुबह पुलिस ने एक अपार्टमेंट में छापा मारा, जिसमें नौ फ्लैट थे. फिरोज अपने चचेरे भाई के फ्लैट में छुपा हुआ था. उसे गिरफ्तार कर सुरक्षा कारणों से अज्ञात स्थान पर ले जाया गया."
पुलिस द्वारा पूछताछ और एनआईए को सौंपे जाने की प्रक्रिया
अब रातलाम पुलिस फिरोज से पूछताछ कर रही है और उसे जल्द ही एनआईए के हवाले किया जाएगा. एनआईए द्वारा किए गए अभियोजन की प्रक्रिया के बाद, उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
जयपुर बम ब्लास्ट मामले में आरोप
फिरोज खान और उसके दस साथियों पर राजस्थान पुलिस ने 30 मार्च 2022 को निम्बाहेड़ा में 12 किलो विस्फोटक सामग्री के साथ तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था. इस मामले के बाद, फिरोज और उसके साथियों को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक अधिनियम के तहत आरोपित किया गया. गिरफ्तार किए गए तीन आतंकवादी, जो जयपुर में विस्फोट करने के लिए जा रहे थे, उनका नाम जूबेर खान, आलमाश खान और सरफुद्दीन था.
एनआईए द्वारा गिरफ्तार अन्य आरोपी
एनआईए ने अपनी जांच के दौरान और सात अन्य आरोपियों को विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार किया. इन आरोपियों का संबंध अल सुफा आतंकी समूह से पाया गया. इस समूह का गठन रातलाम में हुआ था और यह आतंकवादियों के गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल था.