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15 मिनट में विधायक ने दो बार ली मंत्री पद की शपथ, एक शब्द ने बिगाड़ा खेल, जानें कैसे?

Ramniwas Rawat Becomes Minister: करीब 2 महीने पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले विधायक रामनिवास रावत को आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव कैबिनेट में शामिल कर लिया गया. उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर राज्यपाल ने पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाई. इससे पहले उन्होंने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली, लेकिन गलती पकड़ में आने के बाद उन्होंने दोबारा कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई.

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Edited By: India Daily Live
Ramniwas Rawat Becomes Minister
Courtesy: Social Media

Ramniwas Rawat Becomes Minister: मध्य प्रदेश की राजनीति में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी विधायक को 15 मिनट के अंदर दो बार मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन करने वाले रामनिवास रावत जब पहली बार मंत्री पद की शपथ ले रहे थे, तब उनसे एक शब्द छूट गया था. इस बारे में उस वक्त कोई भी इस गलती को नहीं पकड़ पाया. मंत्री बनने के बाद रामनिवास रावत भी चार्ज लेने के लिए राजभवन से निकलने को तैयार हो गए थे, लेकिन तभी उनकी गलती किसी ने पकड़ी और दोबारा उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई गई.

मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक रामनिवास रावत को आज सुबह मुख्यमंत्री मोहन यादव के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. रावत को सुबह 9 बजे राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई सी पटेल की ओर से कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जानी थी. सब कुछ ठीक चल रहा था. मंत्री पद की शपथ लेने के दौरान रामनिवास रावत ने 'राज्य के मंत्री' की जगह 'राज्यमंत्री' पढ़ दिया, जो जूनियर पद होता है. इसकी जानकारी के तुरंत बाद यानी करीब 15 मिनट के अंदर उन्हें दोबारा शपथ दिलाई गई और उन्होंने इस बार सही तरीके से शपथ को पढ़ा.

रामनिवास रावत से आखिर कैसे हुई गलती?

दरअसल, जब रामनिवास रावत को पहली बार शपथ दिलाई गई तो उन्होंने कहा कि मैं रामनिवास रावत... ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंत: करण से निर्वहन करूंगा. राम निवास रावत ने राज्य के मंत्री की जगह राज्यमंत्री पढ़ दिया था. 

रामनिवास रावत विजयपुर विधानसभा क्षेत्र से पिछले साल कांग्रेस के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़ा था. उन्हें जीत भी हासिल हुई थी. लेकिन करीब 2 महीने पहले उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली. अब वे भाजपा के सदस्य और डॉक्टर मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं.

कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने के फैसलों के बारे में रामनिवास रावत ने कहा कि भाजपा ने मुझे सम्मान दिया, बाकि किसी से कोई नाराजगी नहीं है. शपथ गलत पढ़े जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मुझसे भूल हुई, लेकिन उसे सुधार लिया गया है. उन्होंने खुद कहा कि मैं आधे घंटे में दो बार शपथ लेने वाला पहला मंत्री हूं. 

श्योपुर जिले से छह बार विधायक रहे रामनिवास रावत अप्रैल में भाजपा में शामिल हुए थे. इससे पहले वे दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में गृह राज्य मंत्री थे. रामनिवास रावत के मोहन यादव कैबिनेट में शामिल होने के बाद राज्य में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 19 हो गई है.