ASI survey of Bhojshala Mosque: ज्ञानवापी का ASI सर्वे के बाद अब मध्य प्रदेश के धार जिले के विवादित स्थल भोजशाला को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर बेंच ने धार जिले के भोजशाला का एएसआई सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया है. इस बात की जानकारी ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष पक्ष के वकील विष्णु शंकर ने दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर ये जानकारी दी है.
वकील विष्णु शंकर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा कि उन्होंने हाई कोर्ट में भोजशाला को लेकर याचिका दायर कर ASI सर्वेक्षण की इजाजत मांगी थी, जिस पर उच्च न्यायालय ने सुनवाई करते हुए एएसआई सर्वेक्षण की अनुमति दे दी है.
Advocate Vishnu Shankar Jain tweets, "My request for ASI survey of bhojshala/dhar in Madhya Pradesh is allowed by Indore High Court..." pic.twitter.com/MzJdLbCDq5
— ANI (@ANI) March 11, 2024
भोजशाला के मस्जिद को लेकर हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने इंदौर हाई कोर्ट में याचिका दायर कर वैज्ञानिक सर्वेक्षण की मांग की थी. न्यायालय ने इस अपील को स्वीकार भी कर लिया है.
याचिका में मांग की गई थी कि भोजशाला में नमाज पढ़ने से रोका जाए और हिंदुओं को नियमित तौर पर पूजा करने दिया जाए. इस मामले पर कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं का पक्ष सुनने के बाद राज्य शासन, केंद्र शासन सहित अन्य संबंधित पक्षकारों को नोटिस जारी करके उनसे इस संबंध में जवाब मांगा था.
हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए ASI सर्वे का आदेश दिया और 5 सदस्यीय कमेटी भी गठित की. यह कमेटी मामले की जांच करेगी. कोर्ट ने आदेश दिया है कि भोजशाला का सर्वे पूरा करके 29 अप्रैल तक रिपोर्ट सौंपी जाए. इस मामले पर अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होनी है.
मध्य प्रदेश के धार जिले के भोजशाला में परमार राजवंश के शासक ने यूनिवर्सिटी बनाई थी. बाद में आगे चलकर इस विश्वविद्यालय को मुगल काल में मस्जिद में परिवर्तित कर दिया गया था. इस मामले पर हिंदू पक्ष का कहना है कि यहां पहले सरस्वती का मंदिर हुआ करता था, जिसे गिराकर मस्जिद बनाई गई थी.
अभी फिलहाल हर मंगलवार को भोजशाला में हिंदुओं को पूजा करने और शुक्रवार को मुस्लिमों को नमाज अदा करने की इजाजत है.