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मां ने लावारिस छोड़ा...दयालु महिला ने बचा ली बच्चे की जान, बहादुर कुत्ता ऐसे आया पुलिस के काम

Gujarat News: गुजरात के अहमदाबाद में एक नवजात शिशु को बचाया गया है. उसे उसकी मां अविवाहित महिला है और वो अपने अनचाहे गर्भावस्था को छिपाने का प्रयास कर रही थी. इसका खुलासा एक ग्रामीण महिला, पुलिस के जासूस कुत्ते की मदद से हो पाई. इस घटना को लेकर गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने ट्वीट किया है और उन्होंने बताया कि कैसे टीम वर्क से ये काम हुआ.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

Gujarat News: एक मां ने अपने बच्चे को पेट में पालती है और उसके बाद भयंकर दर्द बर्दाश्त कर उसे जन्म देती है. सपना होता है कि उसे पाल पोस कर बड़ा आदमी बनाएंगी. हालांकि, कई बार बात कुछ अलग ही हो जाती है. किन्हीं कारणों से मां बच्चे को जन्म देने के बाद उसे लावारिस छोड़ देती है. ऐसा ही कुछ अहमदाबाद के ग्रामीण इलाके में हुआ है. जहां, एक मां ने बच्चे को जन्म देने के बाद उसे फेंक दिया. हालांकि, ग्रामीण महिला, बहादुर कुत्ते और पुलिस की टीम वर्क से बच्चे को बचा लिया गया और मां की करतूत का खुलासा भी हो गया. ये स्टोरी गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने शेयर की है.

आपने कई बार ऐसी खबरों के बारे में सुना होगा जहां कलयुगी मां ने नवजात शिशु को लावारिश फेंक देते हैं. कई बार उनके साथ कोई वास्तविक दिक्कत होती है तो कई बार उनके अपने कर्म उन्हें ऐसा करने को मजबूर कर देते हैं. गुजरात का ये मामला भी कुछ इसी तरह का है. आइये जानें कैसे बच्चे को बचाया गया और महिला कैसे पकड़ में आई?

मंत्री ने ट्वीट कर बताई कहानी

अहमदाबाद ग्रामीण इलाके में 'चेसर' नाम के बहादुर कुत्ते, दयालू ग्रामीण महिला और पुलिस के टीम वर्क से बच्चे को बचाने और आरोपी मां तक पहुंचने की कहानी गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने शेयर की है. पढ़िए उन्होंने क्या लिखा...

महिला की दया से बची जान

दिल दहलाने वाले घटनाक्रम में एक नवजात शिशु को उसके माता-पिता द्वारा सड़क पर छोड़ दिया गया था. वो शिशु बिना किसी संरक्षण के लेटा हुआ था और उसके चारों ओर कुत्ते भोंक रहे थे. पास से गुजरने वाली महिला श्वेता की नजर उसपर पड़ी तो उसने तुरंत एक्शन लिया. महिला ने बच्चे को निकटतम अस्पताल पहुंचाया. इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी.

तुरंत एक्शन में आई पुलिस

अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने मामले की जानकारी लगते ही कार्रवाई की. पुलिस ने शिशु को उच्च चिकित्सा संस्थान में स्थानांतरित किया. उसके बाद महिला पुलिस कर्मचारियों ने शिशु की देखभाल सुनिश्चित की. मामले की जांच के लिए पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे वहां एक दुपट्टा मिला.

'चेसर' डॉग ने लगाया पता

पुलिस ने दुपट्टे के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया और डॉग स्कॉड की टीम को बुलाया गया. टीम में आए 'चेसर' नाम के कुत्ते को दुपट्टे की खोज के जिम्मेदारी दी गई. वो अपने बड़ी हुनरमंदी से सुराग को पहचान गया. उसने एक मकान की ओर इशारा किया जो मौके से करीब 500 मीटर की दूरी पर था. जब पुलिस वहां पहुंची तो पता चला की की आरोपी मां राजस्थान की विवाहित महिला है. उसने अपने अनचाहे गर्भ को छिपाने के लिए ये कदम उठाया था.

हर्ष संघवी ने की टीम वर्क की प्रशंसा

हर्ष संघवी ने अंत में लिखा सतर्क नागरिक श्वेता और अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस की सहायता से अपराध का पता चला. नवजात शिशु अब स्थिर है और उसे उचित देखभाल मिल रही है. यह मामला स्वेता की अतुलनीय दया, चेसर की असाधारण क्षमताओं और अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस के त्वरित कार्रवाई का फल है. ये टीमवर्क को प्रशंसा के काबिल है जो अपराधों को सुलझाने और जीवन बचाने में सक्षम रही.