Mother Killed Newborn: पश्चिमी दिल्ली के ख्याला में 28 साल महिला ने अपनी छह दिन की बेटी की हत्या कर दी. आरोप है कि महिला ने स्तनपान कराते समय अपनी बेटी का गला घोंटा. फिर नवजात के शव को बैग में रखकर बगल वाले एक घर की छत पर फेंक दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद महिला ने पुलिस को गुमराह करने और गिरफ्तारी से बचने के लिए नवजात की गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज कराई. जानकारी के मुताबिक, महिला की दो बेटियों की पहले ही मौत हो चुकी है. तीसरी बेटी उसके पास है, जिस बेटी की हत्या की गई, वो चौथी थी.
पुलिस के मुताबिक, चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे महिला की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई कि उसकी नवजात बच्ची 'लापता' है. शुरुआती पूछताछ में पता चला कि हाल ही में अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली महिला शिवानी अपने मायके में रह रही थी. उसने पुलिस को बताया कि सुबह 2 बजे के आसपास बच्चे को दूध पिलाया था और बाद में सुबह 4:30 बजे जब वह उठी तो उसने पाया कि बच्चा गायब है.
पुलिस के मुताबिक, महिला की ओर से शिकायत मिलने के बाद 'लापता' बच्ची का पता लगाने के लिए तुरंत एक पुलिस टीम बनाई गई. इस बीच, पुलिस को जानकारी मिली कि शिकायत करने वाली शिवानी ने अपने पति विमलेश से टांके हटाने के लिए अस्पताल ले जाने की बात कही. पुलिस के मुताबिक, हमें शिवानी पर शक हुआ. उसके घर के आसपास जांच पड़ताल की गई, तो उसके घर के बगल में एक दूसरे घर की छत पर एक बैग बरामद किया गया, जिसमें नवजात बच्ची की लाश थी.
बैग में बच्ची की लाश मिलने के बाद पुलिस शिवानी की तलाश करने लगी. जानकारी मिली कि शिवानी अपने पति के साथ भागने की कोशिश कर रही थी. उसकी तलाशी के लिए बस और मेट्रो स्टेशनों समेत विभिन्न स्थानों पर टीमें भेजीं गईं. डीसीपी (पश्चिम) विचित्रा वीर ने कहा कि हमें संदेह था कि शिवानी भागने की कोशिश कर रही थी. जब उसे पकड़ा गया और पूछताछ की गई, तो वह टूट गई और उसने वारदात को अंजाम देने की बात को कबूल कर लिया. उसने खुलासा किया कि उसकी चौथी बेटी के जन्म ने उसके लिए सामाजिक कलंक को और बढ़ा दिया था.
डीसीपी ने बताया कि शिवानी ने स्तनपान के दौरान अपनी बच्ची का गला घोंटने की बात कबूल की है, क्योंकि वो बहुत ज़्यादा नकारात्मक विचारों से प्रेरित थी. अपराध बोध से निपटने में असमर्थ और अपने परिवार को मौत के बारे में बताने में असमर्थ, शिवानी ने शुरू में बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई.
भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 के तहत शिवानी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस मौत के कारण की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है. वे शिवानी के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था भी कर रहे हैं. पुलिस को संदेह है कि उसने डिलीवरी के बाद हुए डिप्रेशन में वारदात को अंजाम दिया है. दरअसल, डिलीवरी के डिप्रेशन एक ऐसी स्थिति है, जो बच्चों के जन्म के बाद कई महिलाओं को प्रभावित करती है, जिसमें लंबे समय तक उदासी, चिंता और थकावट की भावनाएं पैदा हो जाती हैं. ये लक्षण एक मां की खुद की और अपने बच्चे की देखभाल करने की क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं.