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India Daily

Assam: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान लगे 'मोदी-मोदी', 'जय श्री राम' के नारे, राहुल ने दी Flying Kiss

Congress Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को असम में है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) राज्य के सोनितपुर जिले से बस के जरिए गुजर रहे थे

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Edited By: Rajeev
rahul gandhi

हाइलाइट्स

  • कांग्रेस की  'भारत जोड़ो न्याय यात्रा'
  • 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में लगे मोदी-मोदी के नारे

Congress Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को असम में है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) राज्य के सोनितपुर जिले से बस के जरिए गुजर रहे थे, लेकिन वहां पर बड़ी संख्या में मौजूद लोगों की ओर से मोदी-मोदी और जय श्री राम के नारे लगाए जा रहे थे. बड़ी संख्या में लोगों को देखते हुए राहुल गांधी ने बस रुकवा दी और लोगों से मिलने नीचे आ गए. बाद में वो बस में बैठकर लोगों को लगातार फ्लाइंग किस करते दिखे. बाद में नागांव में राहुल गांधी ने कहा कि वो चाहें जितने पोस्टर फाड़ लें हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.

'सबके लिए खुली है मोहब्बत की दुकान' 

 

'कोई फर्क नहीं पड़ने वाला'

असम के नागांव पहुंचने में वहां की जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “यहां से करीब 2-3 किमी पहले भारतीय जनता पार्टी के 20 से 25 कार्यकर्ता डंडा लेकर हमारी बस के सामने आ गए और जब मैं बस से बाहर आया तो वे भाग गए.” उन्होंने आगे कहा, “उन्हें लगता है कि कांग्रेस पार्टी BJP और RSS के लोगों से डर गई है, वो लोग सपना देख रहे हैं. वो जितने चाहें उतने पोस्टर फाड़ लें लेकिन हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.” राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, “हमारी विचारधारा की लड़ाई है. हम किसी से नहीं डरते, हम ना तो PM मोदी से डरते हैं और ना ही यहां के मुख्यमंत्री (हिमंत बिस्वा सरमा) से डरते हैं.”

'युवाओं का सपना तोड़ा' 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा, “मेरे पास 4 युवा आए और कहा कि हमारे जैसे करीब 1,50,000 युवा हैं, हमने क्या अपराध किया? उन्होंने बताया कि डेढ़ लाख युवाओं ने सेना में शामिल होने की कोशिश की, उन्होंने इसके लिए परीक्षा दी, फिर फीजिकल और मेडिकल टेस्ट सब हुआ. मोदी सरकार ने उन्हें लिखा कि उन्हें सेना के लिए चुन लिया गया है, लेकिन कोरोना आ गया और उन्हें इंतजार करने के लिए कहा गया. उनसे ये कहा गया कि उन्हें कोरोना खत्म होने के बाद भर्ती कर लिया जाएगा.'' उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने इन डेढ़ लाख युवाओं को 3 साल तक इंतजार कराया. फिर 3 साल के इंतजार के बाद उन्हें बताया गया कि उन्हें सेना में भर्ती नहीं किया जाएगा. साथ ही वे अग्निवीर भी नहीं बन सकते. इन युवाओं का सेना में शामिल होने का सपना था.