Modi Government Review Meetings: एग्जिट पोल के एक दिन बाद ही पीएम मोदी एक्शन में आ गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी आज अफसरों के साथ अलग-अलग मुद्दों पर 7 मीटिंग करने वाले हैं. कहा जा रहा है कि पीएम मोदी अपने 3.0 सरकार के शुरुआती 100 दिनों के एजेंडे, हीटवेव संकट, चक्रवात रेमल से हुए नुकसान की समीक्षा करेंगे. लेकिन सबसे ज्यादा जिस मीटिंग पर फोकस होगा, उसमें मोदी सरकार 3.0 के शुरुआती 100 दिनों का एजेंडा है.
मामले से परिचित लोगों के अनुसार, पीएम मोदी आज गर्मी के कहर और चक्रवात रेमल से नुकसान की समीक्षा बैठक करेंगे. इस दौरान वे अब तक हुए नुकसान और उसकी भरपाई के संबंध में अफसरों से चर्चा करेंगे. इसमें फोकस पूर्वी उत्तर राज्य में हुए नुकसान पर होगा. इसके बाद प्रधानमंत्री अपना ध्यान देश के बड़े हिस्से में चल रही भीषण गर्मी की ओर लगाएंगे.
#WATCH | PM Narendra Modi holds a meeting to review the post-cyclone situation, especially in relation to the states of the northeast. pic.twitter.com/Q0NNlU9ecD
— ANI (@ANI) June 2, 2024
जानकारों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 5 जून को मनाए जाने वाले वार्षिक कार्यक्रम विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे. विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना 1972 में स्टॉकहोम में मानव पर्यावरण पर सम्मेलन के दौरान संयुक्त राष्ट्र की ओर से की गई थी. इसका उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और कार्रवाई को बढ़ावा देना है. इस साल सम्मेलन का टॉपिक 'भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता' है, जिसमें सऊदी अरब मेजबान देश है.
आज होने वाली 7 बैठकों में से सबसे ज्यादा फोकस मोदी सरकार 3.0 के शुरुआती 100 दिनों का एजेंडे पर हो सकता है. माना जा रहा है कि इस दौरान लंबी बातचीत और विचार-विमर्श हो सकता है, जिसमें आने वाले महीनों के लिए मोदी सरकार की प्राथमिकताओं और कार्य योजनाओं की रूपरेखा तैयार किए जाने की संभावना है. चुनाव से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में ब्यूरोक्रेट्स से तैयार रहने को कहा था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि चुनावों के बीच वे प्रचार में व्यस्त रहेंगे. इस बीच आप लोगों को अपनी तैयारियों के लिए समय मिल जाएगा. उन्होंने ब्यूरोक्रेट्स से कहा था कि इस दौरान आपलोगों का होमवर्क मोदी सरकार 3.0 के पहले 100 दिनों में लिए जाने वाले फैसलों की तैयारी करना है. पीएम मोदी ने ब्यूरोक्रेट्स को ये स्पष्ट कर दिया कि सभी कठिन फैसले उनकी सरकार के पहले 100 दिनों में लिए जाएंगे और वे 2029 के चुनावों से पहले आखिरी 100 दिनों का इंतजार नहीं करेंगे.