menu-icon
India Daily

ठाणे में मराठी बोलने पर बवाल, अब मेट्रो के साइन बोर्ड से हटाई गई हिंदी

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा डोंबिवली में मेट्रो 12 निर्माण स्थल पर बैरियर पर हिंदी और अंग्रेजी के इस्तेमाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद अब मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को हिंदी साइनेज को मराठी से बदलना शुरू कर दिया है. 

auth-image
Edited By: Antima Pal
Thane
Courtesy: social media

Thane: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा डोंबिवली में मेट्रो 12 निर्माण स्थल पर बैरियर पर हिंदी और अंग्रेजी के इस्तेमाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद अब मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को हिंदी साइनेज को मराठी से बदलना शुरू कर दिया है. 

ठाणे में मराठी बोलने पर बवाल

एक दिन पहले एमएमआरडीए के अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने ठेकेदार को अंग्रेजी के साथ मराठी को भी शामिल करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद विरोध प्रदर्शन बढ़ गया था, मनसे कार्यकर्ताओं ने बैरियर को क्षतिग्रस्त कर दिया और पूर्व पार्षद प्रभाकर जाधव ने चेतावनी दी कि इस मुद्दे को "मनसे शैली" में संभाला जाएगा.

अब मेट्रो के साइन बोर्ड से हटाई गई हिंदी

बैंकों को निशाना बनाने के अपने अभियान के बाद मनसे ने अब संकेत दिया है कि उसका अगला आंदोलन शैक्षणिक संस्थानों पर केंद्रित होगा. पार्टी चाहती है कि स्कूल और कॉलेज अपने नाम के बोर्ड मराठी में ही दिखाए. महाराष्ट्र नवनिर्माण विद्यार्थी सेना के नेता चेतन पेडनेकर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे पत्र में कहा कि मराठी साइनेज का सख्ती से पालन करना जरूरी है.

स्कूलों और कॉलेजों में भी मराठी भाषा को बताए

पेडनेकर ने शिक्षा विभाग से आवश्यक निर्देश जारी करते हुए लिखा- 'सभी बोर्डों के सभी सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों और कॉलेजों को अपने नाम मराठी में प्रमुखता से दिखाने का निर्देश दिया जाना चाहिए.' पिछले सप्ताह मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से बैंकों और कई ऑफिस में मराठी भाषा अभियान को रोकने के लिए कहा, उन्होंने कहा कि "पर्याप्त जागरूकता" पैदा की गई है.

'लोग जानबूझकर भाषा बोलने से बचते हैं'

हालांकि विरोध प्रदर्शनों के बाद यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने सीएम फडणवीस को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि मनसे सदस्य होने का दावा करने वाले व्यक्तियों ने बैंक शाखाओं का दौरा किया और कर्मचारियों को धमकाया.