Middle East Crisis: मिडिल ईस्ट संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में मिडिल ईस्ट संकट का भारत पर पड़ने वाले संभावित असर को लेकर चर्चा की गई.
जानकारी के मुताबिक, ये बैठक गुरुवार को हुए कैबिनेट की बैठक से पहले हुई. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई CCS की बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा सीनियर मंत्री और सीनियर अधिकारी मौजूद थे. दरअसल, कई रिपोर्ट्स थीं कि मिडिल ईस्ट संकट के बाद कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. साथ ही ये भी खबर थी कि कच्चे तेल की आपूर्ति पर असर भी पड़ सकता है. इसी को लेकर मीटिंग में चर्चा की गई.
मिडिल ईस्ट संकट को लेकर भारत अपना रूख पहले ही साफ कर चुका है. भारत ने चिंता जताते हुए कहा है कि टकराव को बढ़ाना नहीं चाहिए, बल्कि बातचीत और शांति से समस्या का हल ढूंढा जाना चाहिए. फिलहाल, भारत मिडिल ईस्ट संकट पर लगातार नजर बनाए हुए है.
मिडिल ईस्ट में लगातार जंग जारी है. जंग ने दुनिया की कोई देशों को चिंतित कर दिया है. इजराइल और हमास में जंग के बाद हिजबुल्लाह से IDF की तनातनी जारी है. इजराइल लगातार लेबनान पर हमले कर रहा है. हमास के चीफ के खात्मे के बाद इजराइली सेना ने लेबनान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के चीफ को भी ढेर कर दिया है.
जंग के बीच ईरान की ओर से भी इजराइल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं गईं. हालांकि, इनमें से अधिकतर मिसाइलों को इजराइल ने हवा में ही मार गिराया.