Cyclone Remal: भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र IMD ने शुक्रवार को चेतावनी जारी है कि बंगाल की खाड़ी में रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच टकराएगा. प्री मानसून सीजन में बंगाल की खाड़ी में आने वाला यह पहला तूफान है. इसे रेमल नाम दिया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, यह चक्रवात शनिवार सुबह तक तूफान में तब्दील हो जाएगा. यह तूफान शनिवार रात तक और तेज हो जाएगा और गंभीर चक्रवात तूफान का रूप ले लेगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार की आधी रात में यह तूफान सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच तट से टकरा जाएगा. इस दौरान इसकी रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे की हो सकती है. तूफान के समय समुद्र की लहरें 1.5 मीटर की ऊंचाई तक उठ सकती हैं. इस तूफान का नाम हिंद महासाहर के क्षेत्रों में चक्रवातों के नामकरण प्रणाली के अनुसार, ओमान ने दिया है.
मौसम विभाग ने इस दौरान पश्चिम बंगाल के साथ-साथ हीट वेव से जूझ रहे उत्तर भारत और उत्तरी ओड़िशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग का कहना है कमजोर इमारतों, बिजली आपूर्ति, और फसलों को भारी नुकसान हो सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में 27-28 मई को भारी बारिश हो सकती है. मछुआरों को भी सलाह दी गई है कि वे इस दौरान बंगाल की खाड़ी में न जाएं.
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ने के कारण महासागरीय सतह का तापमान लगातार बढ़ रहा है. इस कारण चक्रवाती तूफान की मात्रा भी तेजी से बढ़ रही है. पिछले तीन दशकों में समुद्र की सतह का तापमान साल 1880 के बाद सबसे ज्यादा रहा है. समुद्री सतह का तापमान अधिक होने का मतलब है चक्रवातों के लिए अनुकूल दशा का निर्माण करना.