'कश्मीर के मुद्दों को 370 की तरह दफन करना चाहती है BJP', चुनाव से पहले बरसी महबूबा मुफ्ती
Mehbooba Mufti on J&K polls: जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी पीडीपी इस बात पर अड़ी है कि कश्मीर मुद्दे का समाधान बहुत महत्वपूर्ण है. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए यह दावा भी किया कि वो कश्मीर के मुद्दों को दफन करने की साजिश कर रही है.
Mehbooba Mufti on J&K polls: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण से तीन दिन पहले, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को भाजपा पर कश्मीर मुद्दे और अनुच्छेद 370 को हटाने के मामले को 'दफनाने' का आरोप लगाया.
कश्मीर मुद्दे और आर्टिकल 370 को दफनाना चाहती है BJP
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मुफ्ती ने कुलगाम में संवाददाताओं से कहा, "हम (चुनाव) लड़ रहे हैं क्योंकि भाजपा कश्मीर मुद्दे और अनुच्छेद 370 को दफनाना चाहती है. वह (भाजपा) चाहती है कि हर कोई केवल चुनाव के बारे में बात करे."
भाजपा को दावा करते हुए शर्म आनी चाहिए
पीडीपी प्रमुख, जो राज्य का दर्जा खोने और केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले जम्मू-कश्मीर की आखिरी सीएम थीं, ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी इस बात पर 'अडिग' है कि कश्मीर मुद्दे को हल करना 'बहुत महत्वपूर्ण' है. मुफ्ती ने लगभग एक दशक (दिसंबर 2014 से) तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने में 'विफलता' के लिए भी भाजपा की आलोचना की.
उन्होंने कहा,"यह भाजपा के लिए शर्म की बात है जो कहती रही है कि (जम्मू-कश्मीर में) स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन वे पिछले 10 वर्षों में यहां चुनाव नहीं करा सके. लोग नाराज़ हैं... वे ऐसी सरकार चाहते हैं जो उनकी चिंताओं को दूर करे."
जीत के लिए पीडीपी ने खोला वादों का पिटारा
पीडीपी की पूर्व सहयोगी, भाजपा मई 2014 से देश की सत्ताधारी पार्टी है. अगस्त 2019 में, केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, जिसने जम्मू-कश्मीर को 'विशेष दर्जा' दिया था. इस बीच, मुफ्ती ने वादा किया कि अगर पीडीपी सत्ता में आई तो दिहाड़ी मजदूरों को स्थायी रोजगार दिया जाएगा. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि घाटी में बहुराष्ट्रीय कंपनियों को लाने के प्रयास किए जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.