'मायावती उम्र में हमसे बड़ी.. उनका सम्मान.. कांग्रेस कर रही बात..', आरोप प्रत्यारोप के बीच अखिलेश का लचीला रुख
अखिलेश यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती उम्र में हमसे बड़ी हैं. वे देश की बड़ी नेता हैं और हम सबको उनका सम्मान करना चाहिए.
नई दिल्ली: आगामी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सपा एक्टिव मोड में नजर आ रही है. बीते मंगलवार को प्रदेश मुख्यालय में विधायकों, पूर्व विधायकों, 2022 विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की अहम बैठक में अखिलेश यादव ने 2024 लोकसभा चुनाव के रोडमैप पर चर्चा की.
'मायावती उम्र में हमसे बड़ी.. देश की बड़ी नेता.. उनका सम्मान..'
इस बैठक में अखिलेश यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती उम्र में हमसे बड़ी हैं. वे देश की बड़ी नेता हैं और हम सबको उनका सम्मान करना चाहिए. बलिया में हमारी बात का गलत मतलब निकाला गया. हम चाहते हैं कि सब मिलकर बीजेपी से चुनाव लड़ें और उसे हराये. मैं मायावती पर सिर्फ राजनीति टिप्पणी करता हूं और बाकी पार्टी के नेता भी मायावती का सम्मान करें. कांग्रेस बसपा से बातचीत कर रही है.
'बड़ी लड़ाई के लिए देनी पड़ती है कुर्बानी'
अखिलेश यादव ने अपने बयान में आगे कहा कि बड़ी लड़ाई के लिए कुर्बानी देनी पड़ती है. इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को जिताने के लिए सभी को पूरी ताकत से लगना होगा. ज्यादा से ज्यादा वोट इस बार सपा और घटक दल के प्रत्याशियों को मिलना चाहिए. इसके लिए हम सभी को जनता के बीच जाना होगा और इंडिया गठबंधन को वोट देने की अपील करनी होगी. जयंत चौधरी को 8 सीटें साथ ही कांग्रेस को भी 10 सीटों तक शेयरिंग की जा सकती है. वहीं चंद्रशेखर उर्फ रावण को भी सीटें दी जाएंगी.
'बात भरोसे का है.. आप में से कौन भरोसा दिलाएगा?'
दरअसल बीते दिनों इंडिया गठबंधन में BSP के शामिल होने के सवाल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद का भरोसा आप दिलाओगे. बात का भरोसे का है. अगर वह आती हैं तो आप में से कौन भरोसा दिलाएगा? बीते दिनों दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में एक नई तस्वीर उभर कर सामने आई. जहां सपा नेता रामगोपाल यादव ने कांग्रेस से बसपा को लेकर स्टैंड क्लियर करने को कहा था. राम गोपाल यादव ने कहा कि कांग्रेस को यह तस्वीर साफ करना चाहिए कि क्या वे बीएसपी के संपर्क में है? ऐसी जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस बीएसपी से गठबंधन करने के पक्ष में है. अगर बसपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनती है तो सपा गठबंधन से खुद को अलग कर लेगी और इस गठबंधन का हिस्सा बनने को तैयार नहीं होगी. इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमें किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.