Ajmer Maulana Murder: 27 अप्रैल को मस्जिद में सो रहे मौलाना की हत्या करने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने बताया कि इसमें 6 नाबालिग शामिल है, जो मस्जिद में ही रहते थे. पुलिस पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि वे मौलाना की गंदी हरकतों से परेशान थे.इस कारण सभी ने मिलकर उसे मारने की योजना बनाई.
नाबालिग आरोपियों ने बताया कि उसे बूंदी के रायते में नींद की दवाई मिलाकर दी थी. इसके बाद कमरे में सोए मौलाना के सिर पर डंडे से वार करके उसे मारने का प्रयास किया. इसके बाद रस्सी से तब तक गला घोंटा, जबतक मौलाना की मौत नहीं हो गई.
अजमेर एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया किअजमेर के रामगंज स्थित दौराई कंचन नगर स्थित मोहम्मदी मदीना मस्जिद में 27 अप्रैल को मौलाना मोहम्मद माहिर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 6 नाबालिगों का गिरफ्तार किया है.
पुलिस की पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि मौलाना उनके साथ कुकर्म करता था. इसके साथ ही इस बात का जिक्र किसी से न करने के लिए डराता और धमकाता भी था. उन्होंने बताया कि मौलाना करीब 7 साल पहले ही यूपी के रामपुर से यहां पर रहने आया था. यहां वो बच्चों के साथ अकेला ही रहता था. मस्जिद में मौलाना के साथ 15 बच्चे रहते थे. ईद के कारण सारे बच्चे अपने घर चले गए थे. वहां, सिर्फ 5 बच्चे ही रह गए थे. मौलाना 25 अप्रैल को अपने साथ रामपुर से एक नाबालिग भी लाया था.
उस रात मौलाना ने अपने साथ लाए नाबालिग के साथ कुकर्म किया था. इसके बाद मौलाना ने उसे रुपयों का लालच दिया था. इसके बाद उस नाबालिग ने मस्जिद में रह रहे 5 नाबालिगों को इस घटना के बारे में बताया . इसके बाद उन बच्चों ने भी अपनी व्यथा आपस में एक-दूसरे को बताई. मौलाना की धमकियों से बच्चे चुप रहे. इसी कारण उन्होंने मौलाना को मारने का प्लान बनाया और इसे अंजाम दे डाला.