केदारनाथ में फिर दरके पहाड़, लैंडस्लाइड की वजह से 5 श्रद्धालुओं की मौत
Kedarnath Landslide: SDRF ने केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन के मलबे से चार और शव बरामद किए जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई. लैंडस्लाइड गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच हुआ. खराब मौसम के कारण बचाव अभियान शुरू में रोक दिया गया था, लेकिन मंगलवार सुबह फिर से शुरू किया गया.
Kedarnath Landslide: केदारनाथ रूट पर लैंडस्लाइड के कारण सोमवार देर शाम पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इस हादसे में घायल अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ( SDRF) ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच केदारनाथ मार्ग पर हुए भूस्खलन के मलबे से मंगलवार सुबह चार और तीर्थयात्रियों के शव बरामद किए गए जिससे मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर पांच हो गई. केदारनाथ मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों का एक समूह सोमवार शाम करीब 7.25 बजे भूस्खलन में फंस गया था.
इस हादसे की सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ कर्मियों ने तलाशी और बचाव अभियान शुरू किया. जिले के अधिकारियों के अनुसार, सोमवार रात मध्य प्रदेश के एक तीर्थयात्री का शव बरामद किया गया, जबकि तीन तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया.
खराब मौसम की वजह से रुका बचाव अभियान
रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके राजवार ने बताया कि खराब मौसम और पहाड़ी से लगातार गिर रहे पत्थरों के कारण सोमवार रात बचाव अभियान रोक दिया गया था. मंगलवार सुबह जब प्रयास फिर से शुरू हुए तो मलबे से तीन महिलाओं सहित चार और तीर्थयात्रियों के शव बरामद किए गए.
श्रद्धालुओं की हुई पहचान
पीड़ितों की पहचान मध्य प्रदेश के घाट जिले की 50 वर्षीय दुर्गाबाई खापर, नेपाल के धनवा जिले के वैदेही गांव की 70 वर्षीय तितली देवी, मध्य प्रदेश के धार की 50 वर्षीय समन बाई और गुजरात के सूरत के 52 वर्षीय भरत भाई निरलाल के रूप में हुई है. यह घटना उसी इलाके में हुई जहां 31 अगस्त को हुए एक बड़े भूस्खलन ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच राजमार्ग का 150 मीटर हिस्सा बहा दिया था, जिससे कई दिनों तक यात्रा बाधित रही थी.