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India Daily

मणिपुर में फिर होगी शांति! विद्रोही समूह UNLF ने सरकार के साथ साइन किया शांति समझौता, छोड़े हथियार

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा कि मणिपुर का सबसे पुराना घाटी-आधारित सशस्त्र समूह यूएनएलएफ हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने के लिए सहमत हो गया है.

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Edited By: Om Pratap
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हाइलाइट्स

  • केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जारी किया अपना बयान
  • यूएनएलएफ का हथियार समर्पण करते हुए वीडियो भी जारी

Manipur Rebel Group UNLF Signs Peace Deal: हिंसा की आग में पिछले कई दिनों से जल रहे मणिपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि मणिपुर के विद्रोही समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) ने केंद्र सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.

अमित शाह ने बयान किया जारी

शांति समझौते की घोषणा करते हुए अमित शाह ने एक्स पर लिखा कि मणिपुर का सबसे पुराना घाटी-आधारित सशस्त्र समूह यूएनएलएफ हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने के लिए सहमत हो गया है. मैं लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनका स्वागत करता हूं और उनकी शांति और प्रगति का मार्ग पर नई यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं. 

हथियार समर्पण का वीडियो किया जारी

उन्होंने समूह की ओर से शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यूएनएलएफ कैडरों की ओर से अपने हथियार समर्पण करने का एक वीडियो भी साझा किया है. बता दें कि 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद यह पहली बार है, जब किसी प्रतिबंधित संगठन ने सरकार के साथ शांति वार्ता में हिस्सा लिया है.

आठ संगठनों को सरकार ने किया था प्रतिबंधित

13 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आठ मैतेई चरमपंथी संगठनों पर मौजूदा प्रतिबंध को बढ़ा दिया था और उन्हें गैरकानूनी संघ घोषित किया था. इन प्रतिबंधित समूहों में यूएनएलएफ भी शामिल था. हालांकि कुछ दिनों बाद 26 नवंबर को मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने घोषणा की थी कि राज्य सरकार यूएनएलएफ के साथ एक ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने की कगार पर है.