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इंडियन आर्मी के कब्जे से मैतेई महिलाओं ने 11 उपद्रवियों को जबरन छुड़ाया, हथियार भी लूटा; वीडियो वायरल

Manipur News: मणिपुर से बड़ी खबर आ रही है. मैतेई महिलाओं के एक ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने इंडियन आर्मी के कब्जे से न सिर्फ 11 बदमाशों को जबरन छुड़ा लिया, बल्कि उनके पास से बरामद हथियार को भी लूट लिया. मणिपुर पुलिस ने घटना की पुष्टि की है.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: वायरल वीडियो से लिए गया स्क्रीनशॉट.

Manipur News: मणिपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में इंडियन आर्मी के कुछ जवान महिलाओं से घिरे दिख रहे हैं. इस दौरान सेना के जवानों के हाथ में हथियार दिख रहा है. वीडियो को लेकर मणिपुर पुलिस का दावा है कि मैतेई महिलाओं के एक ग्रुप ने अचानक सेना के जवानों के काफिले को उस वक्त रोका, जब इंडियन आर्मी के जवान 11 उपद्रवियों को पकड़कर ले जा रहे थे. पकड़े गए उपद्रवियों के पास से हथियार भी बरामद हुआ था. सेना के काफिले को रोके जाने के बाद महिलाओं ने जबरन उनके कब्जे से उपद्रवियों को छुड़ा लिया और हथियार भी छिन लिया. हालांकि, बाद में हथियारों को दोबारा जब्त कर लिया गया.

मणिपुर पुलिस ने कहा कि मंगलवार को बिष्णुपुर जिले में महिलाओं के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने भारतीय सेना के काफिले को रोक लिया. महिलाओं के ग्रुप की पहचान मीरा पैबिस के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक, महिलाओं के ग्रुप ने आर्मी के कब्जे से न सिर्फ 11 उपद्रवियों को जबरन छुड़ा लिया, बल्कि उपद्रवियों के पास से जब्त किए हथियार और गोला-बारूद को भी छिन लिया. 

मणिपुर पुलिस ने अपने बयान में क्या कहा?

मणिपुर पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी दी कि आज यानी मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे महार रेजिमेंट की एक टुकड़ी ने पुलिस की वर्दी पहने 11 हथियारबंद बदमाशों को रोका. उनसे पूछताछ में सटीक जानकारी न मिलने पर पकड़ लिया गया. इसके बाद सेना ने तलाशी ली तो आरोपियों के पास से 3 एके राइफलें (7 मैगजीन और 210 गोला-बारूद), 5 इंसास (13 मैगजीन और 260 गोला-बारूद), 2 एसएलआर (9 मैगजीन और 180 गोला-बारूद और 2 हथगोले और बुलेट प्रूफ जैकेट और अन्य सामान बरामद किए गए. 

मणिपुर पुलिस के मुताबिक, इंडियन आर्मी की ओर से उपद्रवियों को पकड़े जाने के कुछ देर बाद मैतेई महिलाओं का एक ग्रुप इकट्ठा होने लगा. इसके बाद महिलाओं का ग्रुप इंडियन आर्मी के काफिले को रोकने के लिए सड़क पर पहुंच गया और थोड़ी देर बाद सेना के काफिले को रोक भी लिया. महिलाओं से जब सेना ने सवाल पूछा, तो स्थिति बिगड़ गई. इसके बाद सेना की ओर से जिला पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने पर सेना के जवानों की ओर से बताया गया कि महिलाओं के ग्रुप ने उनके कब्जे से कुल 11 उपद्रवियों को छुड़ा लिया है. 

सेना की ओर से मिली जानकारी के बाद एक्टिव हुई पुलिस

सेना की ओर से मिली जानकारी के बाद मणिपुर पुलिस एक्टिव हुई और इंडियन आर्मी की टीम के साथ कुंबी पहुंची. यहां से उन हथियारों को दोबारा बरामद कर लिया गया, जिसे सेना के कब्जे से जबरन छिना गया था. फिलहाल, बरामद हथियारों और गोला-बारूद को कड़ी सुरक्षा निगरानी में रखा गया है. कहा जा रहा है कि सेना और पुलिस की टीम के कुंबी पहुंचने के बाद वहां भी भीड़ जुट गई, लेकिन पुलिस और सेना के जवानों ने भीड़ को खदेड़ दिया और स्थिति पर काबू पा लिया. फिलहाल, पुलिस और सेना की ओर से जरूरी कार्रवाई की जा रही है.

इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए हैं जिनमें सैकड़ों महिलाओं को सड़क जाम करते और सेना के काफिले को इलाके से निकलने से रोकते देखा जा सकता है. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कथित तौर पर सेना हवा में फायरिंग करती नजर आ रही है.

प्रदर्शनकारियों में शामिल महिलाओं की नेता ने क्या कहा?

प्रदर्शनकारियों की नेता जया खगेनबाम ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कुंबी जैसे सीमांत क्षेत्र की रखवाली कर रहे ग्रामीण स्वयंसेवकों से हथियार जब्त कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से हम चूड़ाचांदपुर जिले के निकटवर्ती पहाड़ी इलाकों से सशस्त्र आतंकवादियों के संभावित हमलों का सामना नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को याद रखना चाहिए कि घाटी की परिधि पर स्थित गांवों की रक्षा करने में उनकी असमर्थता के कारण गांव के स्वयंसेवकों ने इसकी जिम्मेदारी खुद उठाई.