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India Daily

मणिपुर के इंफाल से नहीं शुरू होगी राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा'! बिरेन सरकार ने अनुमति देने से किया इनकार

मणिपुर सरकार ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति और ताज़ा हिंसा की घटनाओं का हवाला देते हुए इंफाल में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के लिए ग्राउंड परमिशन देने से इनकार कर दिया है.कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने कहा कि अब हम मणिपुर में किसी अन्य स्थान से यात्रा शुरू करने जा रहे हैं, जिसके बारे में बाद में बताया जाएगा.

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Edited By: Om Pratap
Manipur N Biren Singh government declines ground permission for Rahul Gandhi Bharat jodo Nyay Yatra

हाइलाइट्स

  • 6 हजार 713 किलोमीटर की होगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
  • मणिपुर में मुंबई तक की होगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा

Manipur government declines ground permission for Bharat jodo Nyay Yatra: मणिपुर सरकार ने बुधवार को इंफाल पूर्वी जिले के हट्टा कांगजेइबुंग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के लिए जमीनी अनुमति देने से इनकार कर दिया. राहुल गांधी की ये यात्रा 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होने वाली है. बता दें कि प्रभारी महासचिव संचार जयराम रमेश और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रोड मैप और पैम्फलेट जारी किया.

मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सीनियर कांग्रेस विधायक के मेघचंद्र ने पार्टी नेताओं की एक टीम के साथ आज सुबह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से उनके कार्यालय में मुलाकात की. मेघचंद्र ने मुलाकात के बाद कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें सूचित किया कि उनकी सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए यात्रा के लिए ग्राउंड परमिशन नहीं दे सकती. 

एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने यात्रा को लेकर दिया था ये बयान

मेघचंद्र ने बिरेन सिंह सरकार की इस प्रतिक्रिया को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि उन्होंने कार्यक्रम स्थल को थौबल जिले के खोंगजोम में एक निजी स्थान में बदल दिया है. इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' को अनुमति देने पर विचार चल रहा है और सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा.

पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने कहा था कि मणिपुर में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत गंभीर है. इस संबंध में पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की रैली को अनुमति देने पर गहन विचार चल रहा है. हम विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट ले रहे हैं. उनसे रिपोर्ट मिलने के बाद हम कोई ठोस निर्णय लेंगे.

मणिपुर सरकार की ओर से अनुमति नहीं दिए जाने के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड में यात्रा आयोजित करने के (हमारे अनुरोध को) अस्वीकार कर दिया है. हम देश के लोगों को क्या संदेश दे रहे हैं? अब हम मणिपुर में किसी अन्य स्थान से यात्रा शुरू करने जा रहे हैं, जिसके बारे में बाद में बताया जाएगा.

6 हजार 713 किलोमीटर की होगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा

 'भारत न्याय यात्रा' बस और पैदल 6,713 किमी की दूरी तय करेगी. ये 66 दिनों में 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी. इसका समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा. बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाएंगे.

मणिपुर में मुंबई तक की होगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का केंद्रीय विषय "संविधान को बचाना" होगा. 2024 लोकसभा चुनावों से पहले बस द्वारा दो महीने तक प्रतिदिन औसतन 120 किमी की दूरी तय की जाएगी. भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी को इम्फाल मणिपुर में शुरू होगी और 20 मार्च को मुंबई महाराष्ट्र में समाप्त होगी. राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान 6 हजार 200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करेंगे. ज्यादातर यात्रा बस के जरिए ही कवर की जाएगी, मगर कहीं-कहीं पैदल भी सफर किये जाने की योजना है. यह यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और अंत में महाराष्ट्र राज्यों से होकर गुजरेगा.