उत्तराखंड में शुक्रवार को हुई भारी बर्फबारी के बीच तिब्बत सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ. इस हिमस्खलन में सीमा सड़क संगठन (BRO) के लगभग 57 मजदूर फंस गए हैं जिनके रेस्क्यू का काम जारी है. ITBP, BRO, आर्मी और पुलिस की टीम संगठित रूप से हिमस्खलन में फंसे हुए मजदूरों को बचाने में लगी हुई है.
एसडीआरअफ ने हिमस्खलन के संबंध में रेस्क्यू अपडेट दिया है. पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि चमोली के पास हुए हिमस्खलन में बीआरओ के 57 मजदूर फंसे हुए हैं. कमांडेंट बीआरओ के अनुसार, अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं जबकि 42 लापता थे. उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ के लिए रवाना हो चुकी है.
श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुई हिमस्खलन की घटना के सम्बन्ध में रेस्क्यू अपडेट ।#UttarakhandPolice #RescueOperation pic.twitter.com/ikC9ykdSem
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 28, 2025
राजमार्ग को खोलने का काम शुरू
उन्होंने बताया कि लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है. वहीं दूसरी टीम को सहस्त्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है. मौसम में सुधार होती है एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से निकटतम उपलब्ध स्थान पर उतारा जाएगा.
स्टैंडबाय मोड पर एसडीआरएफ ड्रोन
रिधिम अग्रवाल ने बताया कि एसडीआरएफ एवं जिला प्रशासन द्वारा बीआरओ एवं सेना के साथ समन्वय किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ ड्रोन की टीम को भी स्टैंडबाय मोड पर रखा गा है. भारी बर्फबारी के कारण फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो पाया है.
5 और मजदूर सुरक्षित निकाले गए
रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 5 और मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें माणा स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि दो की हालत सामान्य है.
कुल 15 मजदूर सुरक्षित निकाले गए
रिधिम अग्रवाल ने बताया कि अब तक कुल 57 मजदूरों में से 15 सुरक्षित निकाल लिए गए हैं जबकि 42 लापता है. प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.