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11 साल पहले मर चुका शख्स 'अंगूरी बाई' बनकर दिल्ली में रह रहा, 5 लोगों पर चल रहा उसकी हत्या करने का मुकदमा

Madhya Pradesh News: एक शख्स को 11 साल से मरा हुआ माना जा रहा था. उसकी हत्या के आरोप में 5 लोगों पर मुकदमा भी दर्ज था. 11 साल बाद पुलिस ने उस शख्स को जिंदा खोज निकाला. मध्य प्रदेश के हरदा का रहने वाला ये शख्स दिल्ली में नई पहचान के साथ रह रहा है. पुलिस के कहने पर वह हारदा जाकर कोर्ट में पेश होने को तैयार हुआ.

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Edited By: India Daily Live
MP News
Courtesy: Social Media

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के हरदा के एक शख्स की हत्या के आरोप में 5 लोगों पर मुकदमा चल रहा है. पिछले 11 सालों से जिस व्यक्ति को मरा हुआ माना जा रहा है था असल में वह दिल्ली में जीवित मिला. दिल्ली में व अंगूरी बाई के रूप में रह रहा है. सादे कपड़ों में जब पुलिस दिल्ली में उसके घर में पहुंची तो उसने हरदा जाने से इनकार कर दिया है. हालांकि, जब उसे बताया गया कि उसकी हत्या के आरोप में 5 लोगों पर मुकदमा चल रहा है तो वह जाने के लिए राजी हो गया. 

शख्स मध्य प्रदेश के हरदा का रहने वाला है. पुलिस वालों की बात सुनकर केस को सुलझाने वह हरदा चलने को राजी हो गया. शख्स ने कहा कि पिछले 11 सालों से वह जो जीवन जी रहा है उसमें वह बहुत  ही खुश है.

2013 में हुआ था गयाब

दिल्ली में अंगूरी बाई के रूप में रह रहा शख्स जुलाई 2013 में मध्य प्रदेश के हरदा से गायब हुआ था. उसके गायब होने की रिपोर्ट रहटगांव पुलिस स्टेशन में लिखाई गई थी. पुलिस ने उसे कई सालों तक खोजा लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद शख्स के परिवार वालों ने कोर्ट का रुख किया और गांव के 5 लोगों पर हत्या करके डेड बॉडी छिपाने का आरोप लगाया. 

कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का दिया आदेश

2017 में कोर्ट ने पुलिस को गांव के 5 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और इनवेस्टीगेशन करने का आदेश दिया. पुलिस ने गहनता से जांच की लेकिन न तो शख्स की डेड बॉडी मिली और न ही उसकी हत्या करने का कोई सबूत मिला. 

पुलिस ने 2019 में अपनी क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की, जिसमें उसने हत्या का कोई सबूत और डेड बॉडी न मिलने की बात कही. न ही आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत मिला. हालांकि, गायब हुए आदमी के परिवार वालों ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए. 

अदालत ने खारिज की पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट

2023 में अदालत ने पुलिस द्वारा दायर की गई क्लोजर रिपोर्ट को खारिज करते हुए फिर से जांच करने का आदेश दिया. प्रशासन ने जांच की कमान पुलिस अधिकारी टिमरनी आकांक्षा ताल्या को सौंपी. रहस्य को सुलझाने में करीब एक साल की कड़ी मेहनत लगी. हालांकि आरोपियों के खिलाफ हत्या और एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया क्योंकि न तो शव मिला और न ही कोई सबूत.

2023 में फिर से शुरू हुई जांच

जांच अधिकारी टिमरनी आकांक्षा ने बताया कि हमने 2023 में नए सिरे से जांच शुरू की. हम सबूतों की तलाश करते रहे. जांच के दौरान हमें कुछ ग्रामीणों ने हमें बताया कि लापता युवक एक किन्नर की तरह व्यवहार करता था. हमने उसकी तस्वीरें लीं और हरदा और आस-पास के जिलों में किन्नरों के विभिन्न स्थानों पर जाना शुरू किया.

इस शर्त पर वापस हरदा जाने को राजी हुआ शख्स

उन्होंने आगे बताया कि हमने शख्स को बहुत खोजने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिला. फिर हमें एक और जानकारी मिली की मध्य प्रदेश के हारदा का रहने वाला एक किन्नर दिल्ली में कई सालों से रह रहा है. इसके बाद पुलिस की टीम दिल्ली में गई. लगातार 8 घंटों की खोजबीन के बाद हमने उस शख्स को खोज निकाला. वह दिल्ली में एक नई पहचान के साथ रह रहा था.  उसे दिल्ली में अंगूरी बाई के नाम से जाना जाता है.

वह इस शर्त पर वापस हारदा आने के लिए राजी हुआ कि उसे वापस दिल्ली आने दिया जाएगा. पुलिस ने उसे उसके परिवार वालों से मिलाया. अब उसे कोर्ट में पेश करेगी.