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स्वर्ण मंदिर में शख्स ने लोहे की रॉड से श्रद्धालुओं पर किया हमला, 5 घायल

स्वर्ण मंदिर, जो सिख समुदाय का सबसे पवित्र स्थल है, में इस तरह की हिंसक घटना ने सभी को हैरान कर दिया. यह जगह रोजाना हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों से भरी रहती है. हमले के कारण वहां मौजूद लोगों में डर और अफरा-तफरी का माहौल बन गया.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Man attacks devotees with iron rod in Golden Temple, 5 killed

अमृतसर के पवित्र स्वर्ण मंदिर परिसर में शुक्रवार को एक चौंकाने वाली घटना हुई. एक अज्ञात व्यक्ति ने लोहे की छड़ से पांच लोगों पर हमला कर दिया. यह जानकारी समाचार एजेंसी ANI ने दी. हमले में घायल हुए लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी स्थिति की गंभीरता का पता चला.

एक मरीज की हालत गंभीर

घायलों का इलाज कर रहे डॉ. जसमीत सिंह ने बताया, "मरीजों के बयानों के अनुसार, एक अज्ञात हमलावर ने उन पर छड़ से हमला किया." उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास पांच मरीज आए, जिनमें से एक की हालत गंभीर है और वह ICU में भर्ती है. बाकी चार की स्थिति स्थिर है." पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह हमला स्वर्ण मंदिर के पास सबसे पुरानी गुरु राम दास सराय के अंदर हुआ, जो सामुदायिक रसोई के नजदीक है.

घटना से हड़कंप
स्वर्ण मंदिर, जो सिख समुदाय का सबसे पवित्र स्थल है, में इस तरह की हिंसक घटना ने सभी को हैरान कर दिया. यह जगह रोजाना हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों से भरी रहती है. हमले के कारण वहां मौजूद लोगों में डर और अफरा-तफरी का माहौल बन गया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हमलावर की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमले के पीछे की मंशा क्या थी.

घायलों की स्थिति
डॉ. जसमीत ने बताया कि गंभीर रूप से घायल मरीज को विशेष निगरानी में रखा गया है, जबकि बाकी चार का इलाज सामान्य वार्ड में चल रहा है. पुलिस और अस्पताल प्रशासन इस मामले में और जानकारी जुटाने में लगे हैं. स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और जल्द से जल्द हमलावर को पकड़ने की मांग की है.

आगे की कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि हमलावर का सुराग मिल सके. स्वर्ण मंदिर प्रबंधन ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर विचार कर रहा है. यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि एक धार्मिक स्थल की शांति और पवित्रता पर भी सवाल उठाती है. आने वाले दिनों में जांच के नतीजे इस मामले की सच्चाई को सामने ला सकते हैं.