Mamata Banerjee Sandeshkhali Visit: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आखिर कर इस साल का सबसे चर्चित जगह के दौरे पर जा रही हैं. इस साल की शुरूआत में वहां के स्थानीय लोगों ने टीएमसी के कद्दावर नेता शेख शाहजहां पर यौन उत्पीड़न और भूमि हड़पने का आरोप लगा था. जिसके बाद ममता सरकार के राज में महिला सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठे थे. जिसके बाद अब साल के अंत में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल दौरे पर जा रही हैं.
टीएमसी सुप्रीमो ने पिछले सप्ताह इस बात की जानाकारी खुद दी. राज्य सचिवालय नबन्ना में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सुंदरबन में नदी के किनारे स्थित द्वीप पर उनके दौरे का उद्देश्य राज्य सरकार की योजनाओं के तहत लाभ वितरित करना और स्थानीय लोगों की चिंताओं को दूर करना है.
बनर्जी ने कहा कि हमने 'लक्ष्मी भंडार', 'बांग्लार बारी' और अन्य योजनाओं के तहत कई लंबित कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं. क्षेत्र के लगभग 20 हजार लोगों को विभिन्न राज्य संचालित योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा. उन्होंने इसे एक सरकारी कार्यक्रम बताया है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैं मंच से लगभग 100 लोगों को विभिन्न योजनाओं के प्रमाण पत्र सौंपूंगी. उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझसे चुनाव से पहले पूछा था कि क्या मैं संदेशखली जाऊंगी या नहीं. मैंने उन्हें बताया था कि मैं बाद में जाऊंगी और अब मैं जा रही हूं.
ममता बनर्जी के इस दौरे के ऐलान के बाद भाजपा के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने क्षेत्र में जवाबी कार्यक्रम की घोषणा की है. संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और भूमि हड़पने का विवाद भाजपा और सत्तारूढ़ टीएमसी के बीच राजनीतिक टकराव का विषय रहा है. अधिकारी का कार्यक्रम बनर्जी के दौरे के अगले दिन निर्धारित है. एक बयान के अनुसार वह स्थानीय निवासियों से जुड़ने और क्षेत्र के लिए भाजपा के दृष्टिकोण को उजागर करने के लिए 'जन संजोग यात्रा' का नेतृत्व करेंगे.
साल की शुरुआत में संदेशखाली का मुद्दा काफी सुर्खियों में रहा. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी टीएमसी के कद्दावर नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापा मारने पहुंचे थे. हालांकि इस दौरान ईडी की गाड़ियों पर हमला किया गया था और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. ईडी ये जांच करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के मामले में करने पहुंची थी.
इस घटना के तुरंत बाद वहां की महिलाओं ने आरोप लगाया कि शाहजहां और उनके सहयोगियों ने जमीन हड़प ली और उनका यौन उत्पीड़न किया. जिसके बाद शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई. हालांकि इस दौरान ममता सरकार की ओर से यह दावा किया गया कि यह आरोप होने वाले लोकसभा चुनाव के कारण लगाए जा रहे हैं. जिसके बाद शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें पार्टी से निलंबित भी कर दिया गया.