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पहलगाम आतंकी हमले पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग, मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रधानमंत्री को पत्र

मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पत्र में पहलगाम हमले को "राष्ट्र के खिलाफ जघन्य अपराध" करार देते हुए इसे भारत की संप्रभुता और एकता पर हमला बताया. उन्होंने लिखा, यह हमला न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी चोट है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Mallikarjun Kharge
Courtesy: Social Media

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुआ आतंकी हमला देश के लिए एक गंभीर और दुखद घटना साबित हुआ है. इस क्रूर हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. इस घटना ने न केवल देश को झकझोर दिया, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया. इस पृष्ठभूमि में, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र तत्काल बुलाने की मांग की है. खड़गे ने इस सत्र के माध्यम से आतंकवाद से निपटने के लिए सामूहिक इच्छाशक्ति प्रदर्शित करने पर जोर दिया है.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पत्र में पहलगाम हमले को "राष्ट्र के खिलाफ जघन्य अपराध" करार देते हुए इसे भारत की संप्रभुता और एकता पर हमला बताया. उन्होंने लिखा, "यह हमला न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी चोट है. ऐसी परिस्थितियों में, यह जरूरी है कि संसद के दोनों सदन एकजुट होकर इस संकट का सामना करने के लिए ठोस रणनीति बनाएं और देशवासियों को यह संदेश दें कि हम आतंकवाद के खिलाफ एक हैं.

खड़गे ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि संसद का विशेष सत्र यथाशीघ्र बुलाया जाए, ताकि सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर खुली चर्चा कर सकें. उन्होंने सुझाव दिया कि इस सत्र में आतंकवाद के मूल कारणों, खुफिया तंत्र की मजबूती, सीमा सुरक्षा और जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापना जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया जाए. खड़गे ने जोर देकर कहा कि यह सत्र न केवल सरकार की नीतियों को पारदर्शी बनाएगा, बल्कि विपक्ष को भी रचनात्मक सुझाव देने का अवसर प्रदान करेगा.

पहलगाम हमला

पहलगाम, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन के लिए विश्व प्रसिद्ध है, 22 अप्रैल 2025 को उस समय दहल उठा जब आतंकियों ने एक पर्यटक बस और आसपास के इलाकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए.