कुछ महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे. बीच पर बैठे पीएम मोदी ने एक फोटो ट्वीट की और लक्षद्वीप की खूबसूरती दिखाई. इस फोटो को देखते ही मिर्ची लगी मालदीव के कुछ नेताओं को. आखिर में उस मंत्री को अपना पद गंवाना पड़ा और मालदीव की जमकर फजीहत हुई. नतीजा यह हुआ कि टूरिज्म सेक्टर से जमकर कमाई करने वाले मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या अचानक कम होने लगी. अब हालत यह है कि अपने यहां पर्यटकों को बुलाने के लिए मालदीव भारत में रोडशो करवाने की तैयारी कर रहा है. इतना ही नहीं, वह भारत के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से भी संपर्क कर रहा है, ताकि उसके टूरिज्म सेक्टर की गाड़ी पटरी पर लौट सके.
बीते कुछ महीनों में भारतीय नागरिकों की नाराजगी के चलते मालदीव को तगड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है. ऐसे मे अब मालदीव की एक संस्था भारतीय पर्यटकों को रिझाने के लिए कई कदम उठाने जा रही है. इसमें भारतीय शहरों में रोडशो करना और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के साथ कोलैबरेशन शामिल है. इस संस्था की कोशिश है कि पहले की तरह ही भारत के लोग मालदीव में अपनी छुट्टियां मनाने आएं जिससे मालदीव को अच्छी कमाई हो सके.
दरअसल, मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपनी चुनावी अभियान में ही 'इंडिया आउट' का नारा दिया था. उनके चुनाव जीतते ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया. दरअसल, सत्ता में आते ही मुइज्जू ने भारत के सैनिकों को बाहर निकलने को कहा. भारत के ये सैनिक मालदीव में असैन्य कामों में लगे हुए थे. इसके बाद मालदीव के मंत्री आपत्तिजनक बयानबाजी पर उतर आए. नतीजा यह हुआ कि भारत के लोगों ने भी मालदीव का बॉयकॉट शुरू कर दिया.
भारतीय उच्चायुक्त से बातचीत के बाद मालदीव असोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स एंड टूर ऑपरेटर्स (MATATO) ने भारत के कई शहरों में रोडशो की योजना बनाई है. इसी योजना के तह सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और मीडिया के लोगों को मालदीव की ट्रिप पर ले जाया जाएगा ताकि वे वहां के बारे में जान सकें और मालदीव की छवि को फिर से सुधारा जदजा सके.
बता दें कि साल 2023 में मालदीव में कुल 17 लाख से ज्यादा पर्यटक आए. इसमें सबसे ज्यादा भारत के थे. भारत के 2 लाख से ज्यादा पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की. मालदीव घूमने वालों में दूसरे नंबर रूस और चीन के नागरिक थे. हालांकि, 2024 में इस संख्या में जबरदस्त कमी आई और भारत के टूरिस्ट की संख्या इतनी कम हुई की यह पांचवें नंबर तक पहुंच गई.