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India Daily

निर्माण कार्य में बड़ी चूक, हैदराबाद यूनिवर्सिटी का एक हिस्सा ढहा, 11 घायल

हैदराबाद विश्वविद्यालय में रात का सन्नाटा टूटा, जब एक अंडर कंस्ट्रक्शन इमारत का ढांचा गिर गया. 11 मजदूर घायल, लेकिन क्या यह सिर्फ एक हादसा था, या कोई गहरी साजिश?

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Edited By: Anvi Shukla
HYDERABAD UNIVERSITY PREMISES COLLAPSED
Courtesy: social media

Hyderabad University: हैदराबाद विश्वविद्यालय में गुरुवार रात को एक दुखद घटना घटी. यूनिवर्सिटी में एक नई इमारत बन रही थी और उसके बरामदे का टेम्पररी ढांचा अचानक गिर गया. इस हादसे में 11 मजदूर घायल हो गए. विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया. पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और डिजास्टर रिलीफ टीम्स (NDRF) को बुलाया गया. एंबुलेंस और क्रेन की मदद से बचाव कार्य तेजी से किया गया. अच्छी बात यह रही कि कोई भी मजदूर मलबे में नहीं फंसा.

क्या है पूरा मामला: घायल मजदूरों में से दो को मामूली चोटें आईं, जिनका इलाज विश्वविद्यालय के अस्पताल में किया गया. बाकी नौ मजदूरों को पास के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनमें से आठ मजदूरों को फर्स्ट ऐड के बाद छुट्टी मिल गई, जबकि एक मजदूर को ऑब्जरवेशन में रखा गया था, लेकिन उसकी हालत भी खतरे से बाहर है. यह इमारत सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट द्वारा बनाई जा रही थी. CPWD के अधिकारियों ने बताया कि पोर्टिको (बरामदे) का काम चल रहा था, और कंक्रीट डालने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पंप का सहारा देने वाला ढांचा गलती से हिल गया, जिससे यह हादसा हुआ.

विश्वविद्यालय प्रशासन इस घटना से बहुत चिंतित है और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, और साइट सुपरवाइजर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन खुद भी इस घटना की जांच कर रहा है. विश्वविद्यालय ने 3 मार्च तक एक कमिटी बनाने का फैसला किया है, जो इस दुर्घटना के कारणों की जांच करेगी और सुरक्षा देने का प्रबंध करेगी. यह कमिटी परिसर में बन रही अन्य इमारतों की सुरक्षा का भी जायजा लेगी.

CPWD से भी इस घटना पर रिपोर्ट मांगी गई है, जिसमें यह बताया जाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए क्या कदम उठाए जाएंगे. विश्वविद्यालय ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी घायल मजदूरों को अच्छा इलाज मिले और उन्हें उचित कम्पेंसेशन दिया जाए.