menu-icon
India Daily

महायुति की सरकार कब तक! क्या विधानसभा चुनाव से पहले ही टूटेगा महाराष्ट्र में गठबंधन, क्या कहती है सियासी हवा?

Maharashtra Politics: लोकसभा चुनावों के बाद से ही अब विधानसभा चुनावों की सियासत तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी की नजर मुख्य रूप से बिहार और महाराष्ट्र में है. अभी इन राज्यों में भाजपा गठबंधन के साथ सरकार चला रही है लेकिन उसे लोकसभा चुनाव में खासा नुकसान हुआ है. ऐसे में खबर आ रही है कि विधानसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र की महायुति सरकार के नेताओं के बीच अनबन होने लगी है. आइये जानें क्या है सियासी हवा?

Maharashtra Politics
Courtesy: IDL

Maharashtra Politics: लोकसभा चुनावों में जीत के बाद NDA ने अपनी सरकार बना ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पद और गोपनीयता की शपथ ली और अपना कार्यभार संभाल लिया. हालांकि, इस सरकार में भाजपा के पास पहले जितनी सीटें नहीं है. इसका कारण हैं उसे महाराष्ट्र, बंगाल और उत्तर प्रदेश में हुआ नुकसान. ऐसे में भाजपा की नजर इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में रिकवरी करने की है. इस बीच महाराष्ट्र में सियासत गरमाई हुई है. कहा जा रहा है कि महायुति के नेताओं के बीच अनबन हो रही है जिससे ये भी आशंका जताई जा रही है कि महायुति कही चुनावों से पहले टूट न जाए.

महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार और राज्यसभा नामांकन को लेकर महायुति गठबंधन में तनाव बढ़ रहा है. उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी को रिक्त राज्यसभा सीट के लिए मनोनीत करने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में असंतोष है. वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने नाराजगी जाहिर की है. इसके बाद ही सियासी पारा गरमाया हुआ है.

भुजबल ने खुलकर जाहिर की नाराजगी

ओबीसी नेता भुजबल ने निर्णय दरकिनार होने के बाद लोकसभा और राज्यसभा के टिकट आवंटन की निष्पक्षता पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि उन्हें टिकट न दिए जाने के कई कारण हो सकते हैं. उन्होंने इस सवाल पर कोई प्रक्रिया नहीं दी की क्या वंशवाद के कारण ऐसा हुआ है.

भुजबल ने लोकसभा और राज्यसभा टिकट में अन्याय को लेकर कहा कि ये सवाल उनसे पूछा जाना जो...खैर मैं नासिक से चुनाव लड़ने के लिए तैयार था. मुझे बताया गया कि दिल्ली ने टिकट काट दिया है. मैंने फिर भी काम किया की सायद कोई फैसला हो लेकिन जब एक महीने तक अपमान हुआ तो काम बंद कर दिया.

अजित पवार ने दी सफाई

नासिक से टिकट शिवसेना के हेमंत गोडसे को मिलाय. हालांकि, वो प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के राजाभाऊ वाजे के सामने जीत नहीं पाए. इसके बाद अजित पवार ने पार्टी में स्पष्ट असंतोष को कम करने का प्रयास करते हुए कहा कि राज्यसभा उपचुनाव के लिए उनकी पत्नी के नाम का निर्णय NCP की शीर्ष इकाई ने लिया है. इतना ही नहीं उन्होंने भुजबल की नाराजगी का भी खंडन किया है.

राज्यसभा सीट पर अनबन

महाराष्ट्र में एक राज्यसभा सीट पर उपचुनाव 25 जून को होना है. फरवरी में चुने गए राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे के बाद सीट खाली हुई है. यहां से सुनेत्रा पवार का निर्विरोध चुनाव होना है. ऐसे में आंतरिक टकरावों के बीच उन्होंने बारामती से लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी राज्यसभा उपचुनाव के लिए राकांपा से नामांकन दाखिल किया है. इसी कारण टकराव बढ़ रहा है.

ये विषय भी अनबन के

- शिवसेना विधायक संजय शिरसत मंत्रिमंडल विस्तार में देरी को लेकर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि ये लंबा खिंचा तो गंभीर परिणाम होंगे
- मंत्री अब्दुल सत्तार ने जालना से वरिष्ठ नेता रावसाहेब दानवे की हार के लिए उन्हें निष्कासित करने की मांग वाले भाजपा नेताओं पर पलटवार किया है
- उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्याज संकट के समाधान के बारे में मुखरता दिखाते हुए किसानों के हित में MSP पर जोर दिया है