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'लिफ्ट के कान नहीं होते...', देवेंद्र फडणवीस से 'सीक्रेट मीटिंग' के बाद उद्धव ठाकरे ने ऐसा क्यों कहा?

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधान भवन की लिफ्ट में उद्धव ठाकरे और देवेन्द्र फडणवीस आज एक साथ नजर आए. वो लिफ्ट से एक साथ निकले और कुछ चर्चा करते नजर आए. इसे लेकर प्रदेश ही नहीं देश में भी सियासत तेज हो गई है. हालांकि, तमाम अटकलों का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने इसे महज एक इत्तेफाक बताया है. उन्होंने कहा कि लिफ्ट के कान नहीं होते हैं.

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Devendra Fadnavis Uddhav Thackeray
Courtesy: Social Media

Maharashtra Politics: लोकसभा चुनावों के बाद महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों की तैयारी चल रही है. NDA और INDIA गठबंधन में फूट की खबरों को लेकर बाजार गर्म है. इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और शिवसेना उद्धव ठाकरे की एक मुलाकात ने सियासी गर्मी पैदा कर दी है. महाराष्ट्र विधान भवन की लिफ्ट में उद्धव ठाकरे और देवेन्द्र फडणवीस एक ही लिफ्ट से निकलकर बाहर आए. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'लिफ्ट के कान नहीं होते...' आइये जानें उनके इस रिएक्शन के मायने.

बता दें महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) का मानसून सत्र आज से शुरू हुआ है. पहले ही दिन सदन दो विपक्षी नेताओं बेहद अनोखी मुलाकात हुई है. ये मुलाकात  उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की है. इसे लेकर ही अब कयासों का बाजार गर्म है.

क्या है वीडियो?

दोनों नेता महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के लिए पहुंचे थे. विधान परिषद हॉल में जाते समय उनकी मुलाकात हो गई. इसमें वो लिफ्ट में एक साथ प्रवेश किए. इस दौरान वो थोड़ी बातें करते भी नजर आए. उसके बाद वो लिफ्ट से एक साथ निकले. इस पूरे मामले का वीडियो जमकर वायरल होने लगा और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं. भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट के साथ ही शिवसेना ठाकरे गुट की के नेताओं ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

'लिफ्ट के कान नहीं होते'

उद्धव ठाकरे ने इस वायरल हो रहे वीडियो पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 'देवेन्द्र फडणवीस से संयोग से लिफ्ट में मेरी मुलाकात हुई. अब इससे कई लोगों को लगा होगा कि 'ना ना करते प्यार...' यानी जिनका कोई रिश्ता नहीं है. 'ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे' लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह मुलाकात एक इत्तेफाक थी. लोग कहते हैं कि दीवारों के भी कान होते हैं. हालांकि लिफ्ट के कान नहीं होते. 

उद्धव ठाकरे ने शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगले चुनाव में लोग इस खोके सरकार को अलविदा कह रहे हैं. वहीं केंद्र को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि यह लीकेज सरकार है. राम मंदिर से लेकर एग्जाम लीक हो रहे हैं. आगे उन्होंने देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात पर मजाकिया लहजे में कहा कि दीवारों के भी कान होते हैं. हालांकि लिफ्ट के कान नहीं होते. इसलिए हम अपनी आने वाली गुप्त बैठक लिफ्ट में ही करेंगे.