शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने गुरुवार (13 फरवरी) को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला. इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी कभी ऐसे व्यक्ति को सम्मानित नहीं करेगी जो पार्टी या परिवार को तोड़ता है. आदित्य ठाकरे ने कहा, "मैं शरद पवार की उम्र, वरिष्ठता या सिद्धांतों पर टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन हमारे सिद्धांत के अनुसार, हम कभी ऐसे व्यक्ति को सम्मानित नहीं करेंगे जो महाराष्ट्र के खिलाफ काम करता हो.
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, "महाराष्ट्र का गद्दार देश का गद्दार होता है. उन्होंने (शिंदे) ने न केवल हमारे पार्टी और परिवार को तोड़ा है, बल्कि महाराष्ट्र के औद्योगिकीकरण को भी कमजोर किया है. किसानों की आत्महत्याओं, महिलाओं के खिलाफ अपराधों और बेरोजगारी में पिछले 2-3 सालों में इजाफा हुआ है. ऐसे में हम कभी ऐसे व्यक्ति को सम्मानित नहीं करेंगे जो इन गलत कामों का जिम्मेदार हो.।"
शरद पवार का शिंदे को सम्मान
बता दें कि, यह बयान तब आया जब राकांपा (सपा) के संस्थापक शरद पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सराहना की थी. दरअसल, मंगलवार को, शरद पवार ने शिंदे को 'महाडजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार' से सम्मानित किया था, जो 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन के अवसर पर दिया गया. वहीं, शरद पवार, जो राकांपा (सपा) गुट के प्रमुख हैं, उन्होंने शिंदे के मुख्यमंत्री रहने के दौरान किए गए कामों की तारीफ की.
शिवसेना (UBT) का विरोध
शिवसेना (UBT) के नेताओं को यह कदम बिल्कुल पसंद नहीं आया. पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिंदे को सम्मानित करना अमित शाह को सम्मानित करने जैसा है, क्योंकि शिंदे ने शिवसेना को तोड़ने में अमित शाह की मदद ली थी. हालांकि, पवार की पार्टी ने कहा कि यह एक साहित्यिक कार्यक्रम था, न कि राजनीति से जुड़ा हुआ कोई कदम.
पवार का विपक्षी नेताओं की सराहना करना
यह पहला मौका नहीं था जब शरद पवार ने अपने राजनीतिक विरोधियों की सराहना की हो. पिछले महीने, पवार ने एक चौंकाने वाली तारीफ करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ऐतिहासिक जीत का श्रेय दिया था.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम
बता दें कि, 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा-नेतृत्व वाली महायुति ने भारी जीत हासिल की थी, जिसमें उन्हें कुल 288 सीटों में से 230 सीटें मिलीं।. वहीं, शिवसेना और राकांपा (अजीत पवार गुट) को क्रमशः 57 और 41 सीटें मिलीं। महा विकास आघाड़ी (MVA) को 46 सीटें मिलीं, जिसमें ठाकरे-नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) को 20, कांग्रेस को 16 और राकांपा (सपा) को 10 सीटें मिलीं.