Maharashtra Politics: अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के कुछ विधायक महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार की NCP में वापसी करने के मूड में हैं. NCP (शरद पवार गुट) के उम्मीदवार नीलेश लंके और बजरंग सोनावणे ने अहमदनगर और बीड लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है. लंके और सोनावणे लोकसभा चुनावों के लिए टिकट बंटवारे के दौरान अजित पवार से शरद पवार के खेमे में वापस आ गए थे.
अब शरद पवार के पोते और कर्जत-जामखेड के विधायक रोहित पवार ने दावा किया है कि अजित पवार खेमे के करीब 18 से 20 विधायक हमारे साथ आने को तैयार हैं. लेकिन जो लोग मुश्किल वक्त में शरद पवार के साथ रहे, वे उनके लिए महत्वपूर्ण हैं और पार्टी की प्राथमिकता बने रहेंगे.
पाटिल ने कहा कि मंगलवार को लोकसभा के नतीजे आए और कुछ लोग अपने फैसलों पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, हमने अभी इस पर (विधायकों की वापसी पर) विचार नहीं किया है. पार्टी शरद पवार से सलाह लेने के बाद फैसला करेगी.
महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में अजित पवार की एनसीपी को केवल एक सीट मिली है. सूत्रों ने कहा कि विधायकों में असंतोष तब से था, जब लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को महाराष्ट्र की 48 सीटों में से केवल चार सीटें दी गईं. एनसीपी के एक सीनियर नेता ने कहा कि नेताओं ने इस उम्मीद के साथ अजित पवार का समर्थन किया था कि महायुति सरकार में शामिल होने के बाद पार्टी आगे बढ़ेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
एनसीपी से पहले खबर थी कि शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट के जीते हुए कई सांसदों ने शिवसेना (UBT) के संपर्क में हैं. जून 2022 में शिवसेना से बगावत कर कुछ विधायक और सांसद एकनाथ शिंदे गुट में चले गए थे. दावा किया जा रहा है कि जो भी एकनाथ शिंदे गुट की ओर गए थे, वे शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे गुट के संपर्क में हैं.
लोकसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक, महाराष्ट्र में NDA को 17 सीटों पर जीत मिली है. इसमें भाजपा को 9, शिवसेना शिंदे गुट को 7 और एनसीपी को 1 एक सीट पर जीत हासिल हुई है. अब कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट वाले शिवसेना के आधे से अधिक सांसद उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं.