Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने रविवार को कहा कि बारामती को एक अलग विधायक मिलना चाहिए. उन्होंने बारामती में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि किसी उत्पाद का मूल्य उस जगह नहीं मिलता जहां वह उगता है. बारामती को एक अलग विधायक मिलना चाहिए. फिर कोई 1991 से 2024 तक मेरे कामों की तुलना उनके कामों से कर सकता है. अजित पवार ने 1991 से कई बार बारामती निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है.
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में अपनी पत्नी सुनेत्रा की हार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कभी-कभी मुझे लगता है कि बारामती के लोग मेरे बहुत काम करने के बावजूद अलग तरह से चुनाव करते हैं. मुझे भी लगता है कि अब बहुत हो गया. बारामती के प्रतिनिधि के तौर पर मुझे करीब 33-34 साल हो गए हैं. मैं अब 65 साल का हो गया हूं और मैंने जो हासिल किया है, उससे संतुष्ट हूं.
पिछले महीने उन्होंने कहा था कि सुनेत्रा को बारामती से अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ मैदान में उतारना एक गलती थी और उन्हें इसका अफसोस है. सुप्रिया ने 1.5 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की.
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उनके प्रयासों से बारामती में बिना मांगे ही कई विकास कार्य हो रहे हैं. अजित पवार ने कहा कि कि जलापूर्ति परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और बड़े पैमाने पर सड़कें बनाई गई हैं और उनके निर्वाचन क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज और एक आयुर्वेद कॉलेज बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव न केवल राज्य के लिए बल्कि बारामती के लिए भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मतदाताओं को इस तथ्य पर विचार करना चाहिए. कई कार्यकर्ता ऐसे थे जो स्वार्थी इरादों से पार्टी से जुड़े थे. उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे निजी एजेंटों या मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना का लाभ दिलाने में मदद करने का दावा करने वाले लोगों पर भरोसा न करें.
उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को योजना के लिए आवेदन करते समय सतर्क रहना चाहिए. सरकार ने योजना और इसके लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में जागरूकता पैदा की है. आंगनवाड़ियों में आवेदन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. वे उन महिलाओं की मदद करेंगे जो इस कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहती हैं. किसी को भी निजी एजेंसियों के वादों का शिकार नहीं होना चाहिए और योजना का लाभ उठाने के लिए उनसे संपर्क नहीं करना चाहिए.
वित्त मंत्री ने कहा कि सहकारी ऋण समितियों में लोगों की बचत की सुरक्षा के लिए एक बीमा योजना शुरू की जाएगी, जहां 5 लाख रुपये तक की सावधि जमा का बीमा किया जा सकता है. उन्होंने बारामती में नए बाजारों के बारे में भी बात की और कहा कि भूमि अधिग्रहण की योजना है. उन्होंने कहा कि मवेशी बाजार भी स्थापित किए जाएंगे.