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India Daily

थप्पड़ों से शुरू हुई कहासुनी, फिर चाकू घोंपकर सूटकेस में जिंदा डाला, बेंगलुरु में पति की दरिंदगी ने सबको झकझोरा

Bengaluru Murder: मुंबई के 36 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी, उसके शव को सूटकेस में भरकर रखा और रातभर उससे बातें करता रहा. शुरुआती जांच में मानसिक समस्याओं का संदेह सामने आया है.

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Edited By: Ritu Sharma
Bengaluru Murder
Courtesy: Social Media

Bengaluru Murder: बेंगलुरु शहर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 36 वर्षीय राकेश राजेंद्र खेडेकर ने अपनी पत्नी गौरी अनिल साम्ब्रेकर की चाकू घोंपकर हत्या कर दी और उसके शव को सूटकेस में भरकर ठिकाने लगाने की कोशिश की. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि हत्या आवेश में नहीं, बल्कि पूरी साजिश के तहत की गई थी.

झगड़े के बाद हत्या की प्लानिंग

बता दें कि राकेश और गौरी कुछ ही समय पहले मुंबई से बेंगलुरु शिफ्ट हुए थे. दोनों अलग-अलग कंपनियों में काम करते थे, लेकिन नौकरी छोड़ चुके थे. राकेश को एक नई टेक कंपनी में नौकरी मिल गई थी, जबकि गौरी नौकरी की तलाश में थी.

हत्या की रात -

  • रात 9 बजे मामूली बहस के बाद राकेश ने गौरी को थप्पड़ मारा.
  • गुस्से में गौरी ने रसोई से चाकू उठाकर राकेश पर फेंक दिया, जिससे उसे हल्की चोट आई.
  • इसके बाद, राकेश ने गौरी के गले और पेट में चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी.

क्या पत्नी को जिंदा सूटकेस में भरा गया?

  • फोरेंसिक टीम की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पुलिस को संदेह है कि गौरी की मौत सूटकेस में हुई थी.
  • शव मिलने के बाद जांच में नाक और मुंह से कफ पाया गया.
  • डॉक्टरों का कहना है कि अगर व्यक्ति मर चुका हो, तो कफ बाहर नहीं निकलता.
  • इससे संकेत मिलता है कि गौरी जिंदा थी जब उसे सूटकेस में डाला गया.

शव ठिकाने लगाने की कोशिश, लेकिन हैंडल टूट गया

  • हत्या के बाद राकेश ने शव को सूटकेस में ठूंसकर सफाई शुरू की.
  • फिर वह ट्रॉली बैग को बाहर निकालने लगा, लेकिन हैंडल टूट गया.
  • इसके बाद, उसने शव को बाथरूम में खींच लिया और घर को बाहर से लॉक कर दिया.
  • होंडा सिटी कार में बैठकर मुंबई की ओर भाग निकला.

गौरी के भाई को फोन कर कबूली हत्या

मुंबई जाते वक्त राकेश ने गौरी के भाई गणेश साम्ब्रेकर को फोन किया और कहा, ''मैंने गौरी को मार दिया है, तुम जाकर देख लो.'' इसके बाद उसने फोन बंद कर दिया. गणेश ने तुरंत महाराष्ट्र पुलिस को सूचना दी, जिन्होंने बेंगलुरु पुलिस को अलर्ट भेजा.

कैसे पुलिस के हत्थे चढ़ा राकेश?

  • पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और लोकेशन ट्रेस की.
  • पुणे के पास शिरवाल में राकेश को ट्रैक किया गया.
  • भागते समय राकेश ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन बाइक सवार की मदद से अस्पताल पहुंच गया.
  • अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसने पुलिस के सामने गुनाह कबूल लिया.

हत्या का असली कारण क्या था?

  • गौरी राकेश के माता-पिता से अलग रहना चाहती थी.
  • वह बेंगलुरु शिफ्ट होने से खुश नहीं थी और लगातार इस पर बहस होती थी.
  • राकेश का दावा है कि गौरी उस पर हावी रहने लगी थी, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गया था.

पुलिस की अगली कार्रवाई

राकेश के डिस्चार्ज होते ही उसे बेंगलुरु लाकर पूछताछ की जाएगी. साथ ही हत्या का मकसद साफ करने के लिए साइकोलॉजिकल टेस्ट हो सकता है. इसके बाद, आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद उसका कस्टडी रिमांड लिया जाएगा.