महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से चंद महीने पहले महायुति वाली सरकार ने एक बड़ा दांव खेला है. मध्य प्रदेश के लाडली बहना योजना की तर्ज महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने का ऐलान किया है. उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने सदन में बताया कि इस योजना की शुरुआत अगले ही महीने यानी जुलाई 2024 से शुरू कर दी जाएगी.
शुक्रवार को विधानसभा में डिप्टी सीएम और एनसीपी के मुखिया अजित पवार ने कहा, 'हम मुख्यमंत्री माझी लाडली बहिन योजना का ऐलान कर रह हैं. इस योजना के तहत हर महिला को हर महीने 1500 रुपये दिए जाएंगे. यह योजना जुलाई 2024 से शुरू कर दी जाएगी.' मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए महिलाओं को 1000 रुपये हर महीने देने की शुरुआत की गई थी. कहा जाता है कि इस योजना के चलते बीजेपी को जबरदस्त चुनावी फायदा मिला और वह फिर से सत्ता में आ गई.
At the State Assembly, Maharashtra Deputy CM and NCP chief Ajit Pawar says, "We are announcing Mukhyanantri Majhi Ladki Bahin (CM My Beloved Sister). Under this, all women will be given Rs 1500 per month. Scheme will be implemented from July 2024." pic.twitter.com/yUV0z3Pv7h
— ANI (@ANI) June 28, 2024
क्या है माझी लाडली बहिन योजना?
महाराष्ट्र का बजट पेश करते हुए अजित पवार ने कहा कि इस योजना के तहत राज्य की 10 हजार महिलाओं को पिंक ई रिक्शा दिए जाएंगे. इसके लिए सरकार ने 80 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है. अजित पवार ने बताया कि इस योजना का लाभ 21 से 60 साल की महिलाओं को दिया जाएगा. महाराष्ट्र सरकार के अनुमान के मुताबिक, इस योजना पर लगभग 46 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा. राज्य सरकार ने यह भी कहा कि ओबीसी और EWS परिवारों की उन बेटियों की फीस माफ की जाएगी जो उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए एडमिशन कराएंगी. इस योजना के तहत 2 लाख लड़कियों को फायदा होगा और इसके लिए सालाना 2 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
महाराष्ट्र में कितनी हैं महिलाएं?
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या 11.24 करोड़ रुपये थी. इसमें लगभग 5.6 करोड़ पुरुष और 5.4 करोड़ महिलाएं थीं. इस हिसाब से मोटा-मोटा अंदाजा लगाया जाए तो हर महिला को 1500 रुपये हर महीने देने के लिए महाराष्ट्र की सरकार कम से कम 75 हजार करोड़ रुपये हर महीने खर्च करेगी. इस योजना पर सालाना खर्च लगभग 9 लाख करोड़ रुपये आएगा. हालांकि, इस 5.4 करोड़ की संख्या में सभी उम्र की महिलाएं शामिल हैं. सरकार के ऐलान के मुताबिक, इस योजना का फायदा 20 साल तक की उम्र की लड़कियों को नहीं मिलेगा.
लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी महायुति को बड़ा झटका है और वह 48 में से सिर्फ 17 सीटें जीत पाई है. ऐसे में इस योजना को वोटबैंक की राजनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है. बीजेपी के लिए यह योजना महाराष्ट्र में पहले भी फायदेमंद हुई है, जहां उसने शुरुआत में अपने पक्ष में माहौल न होने के बावजूद चुनाव में एकतरफा जीत हासिल कर ली थी. माना जाता है कि मध्य प्रदेश के चुनाव में लाडली बहना योजना की लाभार्थी महिलाओं ने बीजेपी के पक्ष में जमकर मतदान किया था.