महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों से अपील की है कि वे यात्रियों की सेवा को "ईश्वर की सेवा" समझकर कार्य करें. शिंदे की यह टिप्पणी ठाणे में एमएसआरटीसी के खोपट बस अड्डे पर चालकों और परिचालकों के लिए पुनर्निर्मित शौचालय का उद्घाटन करने के बाद आई.
यात्रियों की सेवा को महत्वपूर्ण काम मानें
एकनाथ शिंदे ने कहा, "एमएसआरटीसी के कर्मचारियों को इस मानसिकता के साथ काम करना चाहिए कि यात्री की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने जैसा है. यह विचार शिंदे ने तब व्यक्त किया जब वे एमएसआरटीसी कर्मचारियों के लिए सुविधाओं में सुधार की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना कर रहे थे.
स्वच्छ और आरामदायक शौचालय की जरूरत
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य संचालित परिवहन निगम को निर्देश दिया कि महाराष्ट्र के सभी डिपो में स्वच्छ, आरामदायक और वातानुकूलित शौचालय बनवाए जाएं. दरअसल, शिंदे का मानना है कि कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं मिलें, जिससे वे अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभा सकें.
एमएसआरटीसी के प्रभावी संचालन के आंकड़े
एमएसआरटीसी के तहत लगभग 14,000 बसों का संचालन किया जाता है, जो प्रतिदिन लगभग 55 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करती हैं. इस विशाल नेटवर्क में लगभग 90,000 कर्मचारी कार्यरत हैं, जो इन यात्रियों की सेवा में लगे रहते हैं.
कर्मचारियों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए नई योजनाएं
परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने भी इस अवसर पर कर्मचारियों के स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए योजनाओं का ऐलान किया. उन्होंने कहा, "हमने सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से भविष्य की परियोजनाओं के तहत प्रत्येक डिपो में 100 बिस्तरों वाला अस्पताल स्थापित करने का संकल्प लिया है, ताकि कर्मचारियों और उनके परिवारों की स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित की जा सके.