'शरद पवार और उद्धव ठाकरे की मीटिंग में फेक केस दर्ज करने का दबाव बनाया...', अब पूर्व कमिश्नर ने किया बड़ा दावा

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के दौरान झूठे मामले बनाकर मुझे गिरफ्तार करने की साजिश रची गई थी लेकिन हम उस समय इन सभी साजिशों को उजागर करने में सफल रहे. हमने सीबीआई को इसके वीडियो सबूत भी दिए. आज भी हमारे पास इसके कई वीडियो सबूत हैं. वहीं इनसे गिरीश महाजन ने भी यहीं आरोप लगाया था.

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महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के दौरान झूठे मामले बनाकर उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश रची गई थी. तो वहीं अब महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता गिरीश महाजन  ने भी आरोप लगाया है कि एनसीपी के नेता शरद पवार के इशारे पर मुझे गिरफ्तार करने की साजिश रची गई थी.

गिरीश महाजन ने आगे कहा, 'मुझे और देवेंद्र फडणवीस को फंसाने की साजिश की गई है. उन्होंने बताया  कि अनिल देशमुख ने कहा कि मेरे ऊपर शरद पवार का दबाव है. एकनाथ खडसे पवार के सामने जाकर बैठते हैं और मुझे डांट पड़ती है. गिरीश महाजन ने कहा कि अगर आपको मेरी बातें झूठू लगती है तो अनिल देशमुख को मेरे सामने खड़ा करो.'

'मुझे गिरफ्तार करने की साजिश रची गई...'

वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का कहना है, 'महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के दौरान झूठे मामले बनाकर मुझे गिरफ्तार करने की साजिश रची गई थी लेकिन हम उस समय इन सभी साजिशों को उजागर करने में सफल रहे. हमने सीबीआई को इसके वीडियो सबूत भी दिए. आज भी हमारे पास इसके कई वीडियो सबूत हैं. एमवीए के दौरान, कुछ अधिकारियों को मेरे, गिरीश महाजन, प्रवीण दारेकर जैसे हमारे कई नेताओं को जेल में डालने का ठेका दिया गया था, कुछ अधिकारियों ने इसे लिया भी, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके क्योंकि उस समय कई अधिकारी ऐसे थे जो ऐसे मामले बनाने से इनकार कर देते थे'.


पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर ने क्या कहा? सुनिए

अब  इन दोनों ही नेताओं के बयान के बाद मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने भी अपना बयान जारी कर दिया है. परमबीर सिंह ने कहा, मेरे सामने बहुत चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं कि न केवल मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए और उन्होंने मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश की, बल्कि एक विशेष मामले में - 'अर्बन लैंड सीलिंग' (यूएलसी) उस मामले में आईओ (जांच अधिकारी) तत्कालीन एसीपी सरदार पाटिल थे, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं. उन्हें सीधे तौर पर संजय पांडे से निर्देश मिल रहे थे, जिन्हें न केवल अनिल देशमुख, शरद पवार और उद्धव ठाकरे से निर्देश मिल रहे थे उस मामले में मुझे फंसाने और गिरफ्तार करने के अलावा तत्कालीन विपक्ष के नेता, वर्तमान मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को भी फंसाने के निर्देश मेरे पास अब उपलब्ध साक्ष्यों से एक और बहुत चौंकाने वाली बात आई है उस यूएलसी मामले में एकनाथ शिंदे को फंसाने और गिरफ्तार करने के निर्देश सीधे संजय पांडे से सरदार पाटिल को उनके वरिष्ठ के कहने पर गए हैं, जिनका नाम मैं पहले ही ले चुका हूं...'