Mahakumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस विशाल आयोजन के दौरान यातायात को नियंत्रित करने के लिए 15 और 16 फरवरी को पूरे क्षेत्र को 'नो व्हीकल ज़ोन' घोषित किया गया है. इन दो दिनों में किसी भी वाहन को क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, जबकि पास वाले वाहनों को भी निर्धारित पार्किंग स्थलों पर भेजा जाएगा.
श्रद्धालुओं की संख्या 50 करोड़ के पार
उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, अब तक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं, जो अमेरिका और रूस की संयुक्त जनसंख्या से भी अधिक है. प्रशासन के अनुसार, कुंभ मेला इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समागम बन गया है.
महाकुंभ में भारी भीड़ और यातायात प्रबंधन
आपको बता दें कि कुंभ मेले के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया है. अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे वैकल्पिक परिवहन साधनों का उपयोग करें. इससे पहले, प्रशासन ने कुंभ क्षेत्र में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यातायात प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने की योजना बनाई थी.
12 साल बाद आयोजित हो रहा है महाकुंभ
वहीं हर 12 साल में होने वाला यह महापर्व 13 जनवरी से शुरू हुआ और 26 फरवरी तक चलेगा. त्रिवेणी संगम, जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों का संगम होता है, हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है. यहां डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, यही कारण है कि करोड़ों श्रद्धालु यहां आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं.
महाकुंभ की ऐतिहासिक सफलता पर सीएम योगी का आभार
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित अधिकारियों, स्वयंसेवी संगठनों, सफाई कर्मचारियों और पुलिस प्रशासन का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा, ''मैं मानवता के इस महापर्व के सफल आयोजन में शामिल सभी लोगों को हृदय से धन्यवाद देता हूं, जिनमें महाकुंभ मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस, सफाई कर्मचारी, स्वयंसेवी संगठन, धार्मिक संस्थाएं, नाविक तथा महाकुंभ से जुड़े केंद्र व राज्य सरकार के सभी विभाग शामिल हैं.''
कुंभ 2025 के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश:-