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Mahadev Betting App Scam: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर कसा शिकंजा, EEW ने 508 करोड़ के घोटाले में दर्ज की FIR

Mahadev Betting App Scam: महादेव बैटिंग ऐप केस में एक बड़ा घटनाक्रम हुआ है. रायपुर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

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Edited By: India Daily Live
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Mahadev Betting App Scam: महादेव बैटिंग ऐप केस में एक बड़ा घटनाक्रम हुआ है. रायपुर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. उनके खिलाफ 120बी (अपराध में शामिल) समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर कराई है. महादेव बैटिंग ऐप केस में अभी तक 21 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है. आरोप है कि महादेव ऐप के प्रमोटरों ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार भूपेश बघेल और 21 अन्य के खिलाफ 4 मार्च को मामला दर्ज किया गया था. महादेव बुक ऑनलाइन ऐप घोटाला करीब 6,000 करोड़ रुपये का होने का अनुमान है, जिसमें सट्टेबाजी ऐप हर महीने अवैध रूप से 450 करोड़ रुपये की अपराध आय इकट्ठा करता था.

महादेव ऐप के प्रमोटरों समेत 21 लोगों पर है एफआईआर

एफआईआर के अनुसार, भूपेश बघेल महादेव के प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और 16 अन्य को आरोपियों के साथ नामजद हैं. इसके अलावा अज्ञात नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों और पूर्व सीएम के कार्यकाल के दौरान सेवा करने वाले अधिकारियों पर भी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 7 के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वास का उल्लंघन और जालसाजी समेत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 11 का आरोप लगाया गया है.

इसी साल जनवरी में संयुक्त अरब अमीरात में महादेव ऐप प्रमोटरों से करीब 508 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के आरोपों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भूपेश बघेल को आरोपी बनाया था. उधर, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से भूपेश बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट पर भूपेश बघेल के सामने भाजपा के सांसद संतोष पांडे हैं. 

ईडी ने जुलाई 2022 को शुरू की थी महादेव ऐप मामले की जांच

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जुलाई 2022 में महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जांच शुरू की थी. जांच में आरोप लगाया गया था कि ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल जो विदेश में रहते हैं, वे अवैध सट्टेबाजी चलाते हैं. इसमें कई हजार करोड़ रुपये की अपराध आय शामिल थी. ईडी के अनुसार महादेव ऑनलाइन बुक सट्टेबाजी एप्लिकेशन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से अलग-अलग अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को सर्विस देने का एक सिंडिकेट काम कर रहा था. 

सऊदी से चलाया जा रहा था पूरा रैकेट

एजेंसी ने कहा था कि ऐप से हुई कथित अवैध कमाई का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ में राजनेताओं और नौकरशाहों को रिश्वत देने के लिए किया गया था. इस मामले में अब तक कुल नौ लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया है. ईडी की जांच के अनुसार महादेव ऑनलाइन बुक ऐप संयुक्त अरब अमीरात (सऊदी) में एक सेंट्रल ऑफिस से चलता था. यह 70-30 प्रतिशत के प्रोफिट रेशिओ पर लोगों को अपनी फ्रेंचाइजी देते थे।