menu-icon
India Daily

महाकुंभ भगदड़ सबसे ज्यादा मरने वाले यूपी से, कर्नाटक सरकार ने जारी किए मृतकों के नाम

भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई. 60 लोग घायल हैं. 25 शवों की पहचान कर ली गई है. भगदड़ में मरने वालों में यूपी के सबसे ज्यादा 19, कर्नाटक के 4, गुजरात और असम के एक-एक श्रद्धालु की मौत हुई है.

auth-image
Edited By: Gyanendra Sharma
Maha Kumbh stampede
Courtesy: Social Media

महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 60 घायल हैं. मंगलवार की रात तक़रीबन डेढ़ बजे एक घाट पर मची भगदड़ में प्रशासन के मुताबिक़ 30 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में कई राज्य के लोग हैं.  कर्नाटक सरकार ने राज्य के उन 4 लोगों के नाम जारी किए हैं जो भगदड़ में मारे गए. 

उनमें 24 साल की मेघा दीपक हट्टारवथ, 44 साल की ज्योति दीपक हट्टारवथ, 61 साल के अरुण कोपार्डे और 48 साल के महादेव हनुमंत बावनूर शामिल हैं. कर्नाटक सरकार के मुताबिक़ सभी बेलगावी जिले के रहने वाले हैं. हादसे के 17 घंटों के बाद यूपी प्रशासन ने 30 लोगों की मौत की पुष्टी की. मेला अधिकारी विजय किरण आनंद और DIG वैभव कृष्णा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. DIG वैभव कृष्ण ने कहा कि भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई. 60 लोग घायल हैं. 25 शवों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा कि भगदड़ में मरने वालों में यूपी के सबसे ज्यादा 19, कर्नाटक के 4, गुजरात और असम के एक-एक श्रद्धालु की मौत हुई है.

सीएम योगी आदित्यनाथ हुए भावुक

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ महाकुंभ में भगदड़ की घटना का जिक्र करते हुए भावुक हो गए.  सीएम योगी ने कहा कि कल शाम सात बजे से ही बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे थे और स्नान भी कर रहे थे. काफी लोग ब्रह्म मुहूर्त का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया. 90 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से या सामान्य रूप से घायल हो गए. ये हादसा बैरिकेड्स के टूटने और कूदकर जाने की वजह से हुआ है. 30 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है. 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है. 

घटना की होगी न्यायिक जांच

सीएम योगी ने कहा कि इस घटना की न्यायिक जांच होगी. तीन सदस्यों की कमेटी इसकी जांच करेगी. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ट आईएएस वीके सिंह तीन सदस्यों वाली ज्यूडिशियल कमीशन को गठित किया जा रहा है. सीएम योगी ने ऐलान किया कि भगदड़ में मरने वालों ते परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
मौनी अमावस्या के दिन भारी भीड़ 

घायलों को अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. चिकित्सा टीमों ने घटनास्थल पर राहत कार्य शुरू कर दिया है और हर संभव मदद दी जा रही है. प्रशासन ने घायलों के इलाज के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है. बता दें कि 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करीब करीब 20 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगा चुके हैं. आज यानी बुधवार को मौनी अमावस्या  संगम में डुबकी लगाने के लिए भारी भीड़ जुटी.