MP Elections: मध्य प्रदेश की इस विधानसभा सीट पर फेल हो जाते हैं जातिगत समीकरण, नाम नहीं जानना चाहेंगे आप
मध्य प्रदेश की शिवपुरी विधानसभा सीट पर जातिगत समीकरण फेल हो जाते हैं. शिवपुरी विधानसभा सीट पर सिंधिया परिवार का दबदबा रहा है. 1980 और 1985 के चुनाव में माधव राव सिंधिया के करीबी रहे गणेश गौतम जीते. उसके बाद 1998 से यशोधरा राजे सिंधिया लगातार जीत रही हैं.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में शिवपुरी विधानसभा सीट (Shivpuri Assembly Seat) कई मायनों में सबसे अलग है. यहां पार्टी और विचारधारा लोगों के लिए कोई मायने नहीं रखती है. यहां पर आज भी सिंधिया नाम ही डिसाइड करता है कि जीत किसकी होगी. पिछले 5 विधानसभा चुनावों में चार बार यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) ने यहां से जीत हासिल की है. यशोधरा राजे सिंधिया स्थानीय विधायक होने के साथ-साथ शिवराज सरकार में खेल मंत्री भी हैं.
यशोधरा राजे सिंधिया हैं बीजेपी का चेहरा
शिवपुरी विधानसभा में विकास की रफ्तार मंद है. शिवपुरी में सिंध नदी का पानी लाने वादा अभी तक पूरा नहीं हो सका है. 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी से एकमात्र नाम यशोधरा राजे सिंधिया ही हैं. कांग्रेस की तरफ से हरिवल्लभ शुक्ला का नाम आगे चल रहा है लेकिन पार्टी का एक धड़ा शुक्ला के पक्ष में नहीं है.
क्या कहता है सियासी समीकरण
शिवपुरी विधानसभा सीट पर सिंधिया परिवार का दबदबा रहा है. 1980 और 1985 के चुनाव में माधव राव सिंधिया के करीबी रहे गणेश गौतम जीते. उसके बाद 1998 से यशोधरा राजे सिंधिया लगातार जीत रही हैं. 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में यशोधरा राजे सिंधिया ने हरिवल्लभ शुक्ला को 7300 वोटों से हराया था. 2003 में दूसरी बार राजे ने 25 हजार से ज्यादा मतों से कांग्रेस के गणेशराम गौतम को मात दी थी. 2008 में बीजेपी ने माखनलाल राठौर को मैदान में उतारा. इस चुनाव में राठौर ने कांग्रेस के वीरेंद्र रघुवंशी को 1751 वोटों से हराया था. 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में राजे को एक बार फिर बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में राजे ने कांग्रेस के वीरेंद्र रघुवंशी को 11 हजार से ज्यादा मतों से हराया. 2018 में यशोधरा ने कांग्रेस के युवा नेता सिद्धार्थ लाडा को 28,748 वोटों से पराजित किया था.
जातिगत समीकरण फेल
मध्य प्रदेश की शिवपुरी विधानसभा सीट पर जातिगत समीकरण फेल हो जाते हैं. यहां पर सिर्फ महल का ही प्रभाव देखने को मिलता है. अगर जातियों की बात की जाए तो यहां पर सबसे ज्यादा वैश्य वोटर्स हैं. दूसरे नंबर पर आदिवासी वोटर्स हैं. यहां वैश्य 50 हजार, आदिवासी 40 हजार, ब्राह्मण वोटर्स 20 हजार हैं. शिवपुरी विधानसभा सीट में कुल 2 लाख 22 हजार 539 मतदाता हैं. 1 लाख 24, हजार 771 पुरुष, वहीं 1 लाख 10 हजार 75 महिला वोटर्स हैं.
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