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MP: कुएं में बनी जहरीली गैस ने ली 8 लोगों की जान, सफाई करने नीचे उतरे थे लोग

Madhya Pradesh: खंडवा के कलेक्टर ऋषव गुप्ता और एसपी मनोज कुमार राय ने मीडिया को बताया कि ये लोग कुएं में देवी-देवताओं की मूर्तियों के विसर्जन के लिए जल को साफ करने की कोशिश कर रहे थे.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Madhya Pradesh Eight dead after inhaling suspected toxic gas inside well in Khandwa
Courtesy: Social Media

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के छैगांव माखन क्षेत्र में एक दुखद घटना घटी, जिसमें आठ लोगों की संदिग्ध जहरीली गैस के कारण मौत हो गई. यह घटना गुरुवार (3 अप्रैल) को उस समय हुई, जब ये लोग 'गंगौर' त्योहार के अवसर पर कुएं को साफ करने के लिए अंदर गए थे.

संदिग्ध जहरीली गैस का प्रभाव

गुप्ता ने बताया कि कुएं में जहरीली गैस के प्रभाव के कारण इन आठ लोगों की जान गई. सभी की लाशों को बाद में बाहर निकाला गया. एसपी मनोज कुमार राय ने कहा, "आठ लोग डूबने का शिकार हुए हैं. शवों को बाहर निकाला गया है और हम अभी भी और शव निकालने का प्रयास कर रहे हैं. एसडीआरएफ, पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोग इस ऑपरेशन में सहयोग कर रहे हैं."

कुएं की सफाई के लिए गए थे लोग

एसपी ने आगे बताया कि यह कुआं गांव के मध्य स्थित था और परंपरागत रूप से गंगौर माता की मूर्तियों का विसर्जन यहाँ किया जाता था. तीन लोग कुएं की सफाई के लिए गए थे, लेकिन जब वे डूबने लगे, तो उन्हें बचाने के लिए पांच और लोग अंदर गए. दुर्भाग्यवश, सभी लोग गैस के प्रभाव से फंस गए और उनकी मृत्यु हो गई.

मुख्यमंत्री ने जताया दुख

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "खंडवा जिले के छैगांव माखन क्षेत्र के कोंडावद गांव में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है. ये लोग गंगौर विसर्जन के लिए कुएं को साफ करने गए थे, लेकिन जहरीली गैस के प्रभाव से सभी की जान चली गई." उन्होंने मृतकों के परिवारों को ₹ 4 लाख की वित्तीय सहायता देने का आदेश भी दिया.

मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ. भगवान से प्रार्थना है कि वह मृतकों की आत्माओं को शांति दे और उनके परिवार को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दे."

राहत और बचाव अभियान

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन, होमगार्ड्स और एसडीआरएफ की टीम ने संयुक्त रूप से बचाव अभियान शुरू किया. स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस ऑपरेशन में मदद की. इस घटना ने पूरे क्षेत्र को शोक में डूबो दिया है.