जम्मू और कश्मीर में एक बार फिर से आतंकियों ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया है. आतंकियों के साथ आए दिन घाटी में मुठभेड़ हो रही है. हालिया मुठभेड़ों में सेना को आतंकियों के पास से ऐसे टेलीकॉम गैजेट्स मिले हैं, जिनकी खूबियां हैरान करने वाली हैं. इन्हें चीन ने अल्ट्रा सेट्स का नाम दिया है. इसे पाकिस्तानी सेना इस्तेमाल करती है. कश्मीर के आतंकी संगठनों को ये मुहैया कराए गए हैं. इन हैंडसेट्स को चीन ने तैयार किया है. इन्हें खासतौर पर पाकिस्तानी सेना के लिए तैयार किया गया है.
सेना ने आतंकियों के पास से बीते साल भी ऐसे ही हैंडसेट्स बरामद किए थे. पुंछ और बारामूला जिले में 17 से 18 जुलाई 2023 की तार इन्हें बरामद किया गया था. चीन अपनी रक्षा क्षमताओं का विस्तार कर रहा है. चीन, पाकिस्तान की मदद भी करने पर उतर गया है. पाकिस्तानी सेना LoC पर भारत की मुश्किलें इन्हीं सधे हुए नेटवर्क से बढ़ाने की तैयारी में जुटी है. पाकिस्तान, स्टीलहेड बंकर बना रहा है, एरियल व्हीकल बना रहा है.
इन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन और अंडर ग्राउंड फाइबर केबल के जरिए इनके नेटवर्क को अत्याधुनिक किया गया है. चीन अपने रडार सिस्टम को और एडवांस कर रहा है. JY और HGR सिरीज के जरिए चीन, टार्गेट डिटेंशन क्षमताओं को बढ़ा रहा है. भारत की सबसे बड़ी चुनौती ये है कि हमें खुद को अत्याधुनिक करने की जरूरत है.
- अल्ट्रा सेट बेहद इनक्रिप्टेड चाइनीज टेलीकॉम गैजेट है. इसकी फ्रीक्वेंसी में सेंध नहीं लगाई जा सकती है.
- आतंकी संगठन, जम्मू और कश्मीर में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
- चीनी कंपनियों ने इसे खास तौर पर पाकिस्तानी सेना के लिए डिजाइन किया है.
- अल्ट्रासेल में फोन की सारी क्षमताएं होती हैं, इसमें रेडियो इक्विपमेंट भी इंस्टाल किए गए होते हैं.
- ये रेडियो वेव को कैच करने में सक्षम हैं और पारंपरिक मोबाइल से बेहद अलग हैं.
- ये GSM और CDMA सिस्टम की तर्ज पर काम नहीं करते हैं.
- अल्ट्रा सेट, कंट्रोल स्टेशन से जुड़े होते हैं, और इन्हें एक-दूसरे से कनेक्ट कर पाना मुश्किल होता है.
- चीन के सैटेलाइट इनके मैसेज को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाते हैं.
- ये मास्टर सर्वर में अपना संदेश भेजते हैं. पाकिस्तान से ही इसके जरिए आदेश आते हैं.