Lok Sabha Elections 2024: केंद्र सरकार अपने मंत्रिमंडल में शामिल 7 मंत्रियों को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतार सकती है. केंद्र के सात मंत्री जो राज्यसभा से हैं. उन्हें अप्रैल में अपना पद कार्यकाल पूरा होने के चलते छोड़ना होगा. पार्टी का उन्हें फिर से राज्यसभा में भेजने का इरादा नहीं है.
सिर्फ दो मंत्री हैं जिन्हें राज्यसभा का टिकट दिया जाएगा. वे हैं अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन. बाकियों को लोकसभा के चुनाव लड़ाने की तैयारी है. भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राज्यसभा में आएंगे, लेकिन वे हिमाचल प्रदेश की जगह गुजरात से चुने जाएंगे.
राज्यसभा की 56 सीटों पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी. जो सात मंत्री राज्यसभा से बाहर हो रहे हैं, उनका नाम ये है: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, श्रम और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, सूचना तकनीक राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन, पशुपालन और मत्स्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और लघु उद्योग मंत्री नारायण राणे.
भाजपा के बड़े नेता ने पहले ही बता दिया था कि राज्यसभा से आने वाले कुछ मंत्रियों को लोकसभा में चुनाव लड़ना होगा. इसलिए धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा से चुनाव की तैयारी कर ली है. मनसुख मांडविया को भी गुजरात से चुनाव लड़ना होगा.
भाजपा केरल में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहती है. इसलिए वहां से राजीव चंद्रशेखर और वी मुरलीधरन को चुनाव लड़ा सकती है. दोनों केरल के ही हैं. नारायण राणे को महाराष्ट्र से और पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात से चुनाव लड़ना है. भूप्रेंद्र यादव को राजस्थान या हरियाणा से टिकट मिल सकता है. इसके अलावा जो राज्यसभा के सांसद और मंत्री इस साल के अंत तक अपना कार्यकाल पूरा करेंगे, उन्हें भी लोकसभा में चुनाव लड़ना होगा.
भाजपा ने राज्यसभा के टिकट में ज्यादातर नए लोगों को मौका दिया है. पार्टी ने 28 लोगों को चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार बनाया है, जिनमें से सिर्फ चार पहले से राज्यसभा में हैं. बाकी 24 नए हैं. जो चार राज्यसभा में रहेंगे, उनका नाम है: पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, सूचना और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सूचना राज्यमंत्री एल मुरुगन और पार्टी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी.