West Delhi Lok Sabha Seat : राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक पश्चिमी दिल्ली सीट पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है. इस सीट पर पूर्व कांग्रेस सांसद महाबल मिश्रा को आम आदमी पार्टी ने टिकट दिया है. महाबल का मुकाबला दक्षिणी दिल्ली की मेयर कमलजीत सहरावत से होगा. 2008 में मटियाला से पहला विधानसभा चुनाव हारने के बाद, सहरावत भाजपा की दिल्ली इकाई में सक्रिय रहीं. इस सीट पर कांग्रेस-आप गठबंधन के बाद सियासी तस्वीर बदल सकती है. वर्तमान में बीजेपी के प्रवेश वर्मा यहां के सांसद हैं.
पश्चिम दिल्ली लोकसभा 2008 में अस्तित्व में आई थी. यहां पहली बार 2009 में लोकसभा के चुनाव हुए थे. इस संसदीय क्षेत्र में मादीपुर, राजौरी गार्डन, तिलक नगर, जनकपुरी, उत्तम नगर, द्वारका और नजफगढ़ समेत 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इस जिले को सरस्वती विहार, नरेला, मॉडल टाउन उपमंडल में विभाजित किया गया है.
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट बनने से पहले इस सीट का अधिकांश भाग बाहरी दिल्ली लोकसभा सीट में आता था, जहां से कांग्रेस नेता सज्जन कुमार कई बार सांसद बने थे. इस सीट पर अब तक 2009, 2014 और 2019 के तीन लोकसभा चुनाव हुए हैं. पहले चुनाव में कांग्रेस और बाकी दो चुनाव में बीजेपी को इस सीट से मौका मिला. पूर्वांचल, पंजाबी और जाट बहुल होने के कारण पॉलिटिकल पार्टियां यहां से इन्हीं समुदायों से आने वाले प्रत्याशियों को चुनावी मैदान के उतारती हैं.
2009 में कांग्रेस पार्टी से पूर्वांचलियों के कद्दावर नेता और जनकपुरी से तीन बार के विधायक रहे महाबल मिश्रा को उतारा था. बीजेपी ने असम के पूर्व राज्यपाल रहे जगदीश मुखी को टिकट दिया था. तब महाबल मिश्रा को इस सीट पर जीत मिली थी.
पश्चिमी दिल्ली सीट पर 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस ने महाबल मिश्रा पर दांव खेला था. इस बार मुकाबला बीजेपी और आप के बीच था. बीजेपी ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा था. वहीं AAP ने जनरैल सिंह को टिकट दिया था. बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने इस सीट पर
2019 के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी तो वही रहे, लेकिन AAP ने अपना उम्मीदवार बदला और बलबीर सिंह जाखड़ को बीजेपी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन बीजेपी ने इस बार प्रचंत वोट हांसिल किया और प्रवेश वर्मा रिकॉर्ड 578486 वोटों से जीते.
पश्चिमी दिल्ली की कुल आबादी करीब 26 लाख है. साथ ही इस सीट पर 17 लाख वोटर्स हैं. इसमें से करीब 10 लाख पुरुष और 7 लाख महिला वोटर्स हैं. यहां की साक्षरता दर करीब 78 फीसदी है. पश्चिमी दिल्ली में एससी वर्ग के 15 फीसदी, मुस्लिम वर्ग के 5.4 फीसदी लोग रहते हैं.
पश्चिमी दिल्ली सीट से कांग्रेस और आप उम्मीदवार महाबल मिश्रा इसी सीट से 2009 में सांसद रह चुके हैं. महाबल के बेटे, विनय मिश्रा, द्वारका विधानसभा से मौजूदा AAP विधायक हैं. इस सीट पर शीला दीक्षित शासन के दौरान खुद महाबल ने प्रतिनिधित्व किया था. 2009 में महाबल मिश्रा ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और पहली बार सांसद बने थे. महाबल 1997 में डाबरी वार्ड से पार्षद चुने गए और फिर एक साल बाद नसीरपुर विधानसभा से विधायक बने. वह 2009 तक विधायक रहे, जब वह संसद गए, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में पश्चिमी दिल्ली सीट के लिए 2014 और 2019 का चुनाव हार गए.
कमलजीत सहरावत दिल्ली बीजेपी की महासचिव और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की पूर्व मेयर हैं. सहरावत दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति की सदस्य भी हैं. इससे पहले कमलजीत सहरावत पश्चिमी दिल्ली की मटियाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं. कमलजीत बीजेपी दिल्ली महिला मोर्चा की अध्यक्ष और दिल्ली बीजेपी प्रदेश की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वह बी कॉम और एम कॉम हैं. उनके पास बी.एड की डिग्री के साथ-साथ कंप्यूटर एप्लीकेशन की भी डिग्री है.