Lok Sabha Elections 2024 : केरल की वायनाड लोकसभा सीट एक बार फिर से हॉट सीट बन गई है. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस सीट से चुनाव लड़े थे, जिसके बाद से यह सीट देश भर में चर्चा में आ गई. 2024 में एक बार फिर राहुल गांधी इस लोकसभा चुनाव में वायनाड़ सीट से मैदान में हैं. बीजेपी ने अभी तक इस सीट पर अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है.
वहीं सीपीआई ने एनी. राजा. को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. वायनाड केरल का एक शहर है.'वायनाड' नाम 'वायल नाडु' से लिया गया है जिसका मतलब अंग्रेजी में 'धान की भूमि' होता है. वायनाड नवंबर, 1980 में जिला बना और 2008 में वायनाड संसदीय सीट बना.
वायनाड लोकसभा सीट के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें मनंतावडी, तिरुवंबडी, वानदूर, सुल्तानबथेरी, एरनाड, कलपत्ता और निलंबूर विधानसभा सीटें हैं. वायनाड में 93.15% शहरी आबादी है. महज 6.85 फीसदी लोग ही यहां गांवों में रहते हैं. पिछले बार के लोकसभा चुनाव में कुल 73 फीसदी यानी 9 लाख 15 हजार 66 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
वायनाड लोकसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई थी. यहां पहली बार 2009 में लोकसभा चुनाव हुए थे. पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस के एमआई शनावास को जीते मिली थी. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के प्रत्याशी एम रहमतुल्ला को 1 लाख 53 हजार 439 वोटों से हराया था. वर्ष 2014 में यह अंतर घटकर 20 हजार 870 रह गया. 2014 में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई उम्मीदवार पीआर सत्यन मुकरी को 20 हजार 870 वोटों से हराया. 2019 में राहुल गांधी इस सीट से चुनाव लड़े और सीपीआई की पीपी सुनार को हराया था.
वायनाड संसदीय सीट पर SC मतदाता लगभग 96,172 (7.1%) के करीब हैं. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां ST मतदाता 123,263 (9.1%) के आसपास हैं. मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 559,422 है जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 41.3% है. वायनाड सीट पर ईसाई मतदाताओं की संख्या लगभग 185,571 (13.7%) है. इस सीट पर हिंदू मतदाताओं की संख्या लगभग 609,540 है जो लगभग 45% है. अल्पसंख्यक वोटरों के कारण ही वायनाड सीट राहुल गांधी के लिए सुरक्षित मानी जाती है.
वायनाड संसदीय सीट को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है. यहां कांग्रेस, सीपीआई, भाजपा, एसडीपीआई मुख्य राजनीतक दल हैं, जो यहां चुनावी मैदान में उतरते हैं. केरल की 20 लोकसभा सीटों में से वायनाड एक सीट है. यह जिला वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के लिए मशहूर है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का परिचय देना आज इसलिए जरूरी नहीं है कि शायद की देश में कोई ऐसा हो जो राहुल गांधी को न जानता हो. इसलिए हम आपको एनी राजा के बार में बता रहे हैं. एनी राजा सीपीआई की महासचिव हैं और डी राजा की पत्नी हैं, वो भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन (NFIW) की महासचिव भी हैं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक एनी राजा कन्नूर के इरिट्टी की रहने वाली हैं और उनका जन्म वामपंथी पृष्ठभूमि वाले एक ईसाई परिवार में हुआ था. वह स्कूल के दिनों में सीपीआई ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन से जुड़ गई थीं. 22 साल की उम्र में वो ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन में शामिल हो गईं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 का लोकसभा चुनाव अमेठी और वायनाड से लड़े थे. वो अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए थे, लेकिन वायनाड से उन्होंने 4 लाख से ज्यादा वोट के अंतर से जीत हासिल की थी.