Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने 125 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है. इसी के साथ बीजेपी ने 16 राज्यों में अपने उम्मीदवार उतार दिए है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि बीजेपी की पहली लिस्ट में बिहार की एक भी सीट पर बीजेपी या फिर एनडीए के उम्मीदवार का नाम तक नहीं है. जबकि बिहार के पड़ोसी राज्यों झारखंड उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है.
बिहार में बीजेपी के द्वारा उम्मीदवार की घोषणा नहीं करने से साफ हो चुका है कि राज्य में अपने सहयोगी दलों के साथ बीजेपी की सीटों को लेकर अब बात नहीं बन पाई है, जिसके चलते पहली लिस्ट में बिहार की किसी भी सीट पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया गया है.
बिहार की राजनीति पर पकड़ रखने वाले सूत्रों का कहना है कि बिहार में भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा इसलिए नहीं हुई कि यहां पर सीट शेयरिंग को लेकर सहयोगी दलों से बीजेपी की बात नहीं बन पाई है. इसका अलावा कुछ ऐसी सीटें हैं, जिन पर अभी पेंच फंसा हुआ है.
बिहार में अभी तय नहीं हो पाया कि लोजपा के दोनों गुटों को और उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम माझी की पार्टी को कितनी सीटें देनी है. इनव दोनों दलों के लिए कौन सी सीटों को छोड़ना है अबी सस बात पर सहमति नहीं बन पाई है. भाजपा से जुड़े सूत्रों की मानें तो 6 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की दिल्ली में बैठक प्रस्तावित है. इसके एक दिन पहले बिहार चुनाव टीम के साथ केंद्रीय टीम बैठक करेगी.
बिहार में कई सीटों पर आज भी पेंच फंसा है. जिनमें यह तय करना बाकी है कि लोजपा के दोनों गुटों को और उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम माझी की पार्टी को कितनी सीटें और कहां दी जाएंगी. बिहार में अभी बीजेपी के 17 सांसद हैं और इतनी ही सीटों पर उसकी तैयारी भी चल रही है. हर एक सीट के लिए पार्टी द्वारा घोषित आब्जर्वर ने तीन-तीन नामों की सूची केंद्रीय चुनाव समिति को सौंप दी है. बिहार चुनाव कमेटी ने भी अपनी तरफ से प्रत्याशियों के नाम केंद्रीय समिति के पास भेज दिया है, हालांकि दावेदारों की उम्मीदवारों की घोषणा के पहले एनडीए में कुछ सीटों पर अदला बदली की संभावना जताई जा रही है. जिन सीटों पर अदला बदली की संभावना है वो सीटें अभी जदयू या बीजेपी के कब्जे में हैं.
जीतन राम मांझी गया लोकसभा सीट को लेकर दावेदारी जता रहे हैं, लेकिन गया में जदयू के सांसद हैं. अब उपेंद्र कुशवाहा काराकाट से चुनाव लड़ना चाहते हैं जबकि यहां भी जदयू के महाबली सिंह पिछली बार निर्वाचित हुए थे. गया काराकाट के अलावा वैशाली, नवादा समेत कुछ और सीटों पर बदलाव के आसार जताए जा रहे हैं. हाजीपुर सीट पर भी पशुपति पारस और चिराग पासवान चाचा भतीजा दोनों दावेदारी ठोक रहे हैं.
राजनीतिक सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार में एनडीए की दो प्रमुख पार्टियों भाजपा और जदयू के बीच 17 और 16 सीटों पर बातचीत पूरी हो चुकी है. लेकिन अंतिम बातचीत सहयोगी दलों के साथ अभी बाकी है. बिहार में एनडीए में 6 पार्टियां शामिल हैं. बीजेपी और जदयू के साथ ही लोजपा के दोनों गुट, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा और मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा शामिल है.
मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी भी भाजपा के टच में है. सूत्रों की मानें तो अगले एक-दो दिनों में एनडीए घटक दलों के बीच सीटों पर सहमति बन सकती है, उसके बाद दल के हिसाब से सारी सीटों को चिन्हित कर लिया जाएगा और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी.